शौर्य, संस्कृति और एकता का संगम बनी परशुराम शौर्य यात्रा, गूंजा जय परशुराम

परशुराम के पदचिन्हों पर बढ़ा देवास, भक्ति-शौर्य का दृश्य अद्भुत
देवास। भगवान परशुराम जयंती के पावन अवसर पर अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ, देवास द्वारा रविवार को एक भव्य शौर्य यात्रा का आयोजन किया गया, जिसने पूरे नगर को धर्म, शौर्य और सांस्कृतिक चेतना से ओतप्रोत कर दिया। भगवान राजराजेश्वर परशुराम जी की यह शोभायात्रा ब्राह्मण समाज की एकजुटता और गौरवशाली परंपराओं का जीवंत प्रदर्शन बनी। यात्रा की शुरुआत विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार एवं पूजन के साथ हुई, जिसका नेतृत्व महासंघ के जिला अध्यक्ष पं. दिनेश मिश्रा एवं महिला संघ अध्यक्ष यशोदा शर्मा ने किया। इस अवसर पर युवा संघ के जिला अध्यक्ष पं. अजय पांडे (छोटू) और नगर अध्यक्ष पं. विमल शर्मा भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई यह यात्रा नयापुरा स्थित अग्रवाल धर्मशाला पहुंची, जहां श्रद्धालुजनों के लिए विशाल सहभोज का आयोजन किया गया। यात्रा में भगवान परशुराम की भव्य प्रतिमा, आकर्षक झांकियां, रथ और पारंपरिक वाद्ययंत्र नगरवासियों के आकर्षण का केंद्र रहे। भक्ति संगीत पर झूमते युवाओं और “जय परशुराम” ब्राह्मण एकता जिंदाबाद जैसे नारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।


महिलाओं की विशेष भागीदारी ने इस यात्रा को और अधिक गरिमा प्रदान की। पारंपरिक वेशभूषा में सजी महिलाओं द्वारा किए गए पुष्पवर्षा और स्वागत ने श्रद्धा और सौंदर्य का अद्वितीय संगम प्रस्तुत किया। बच्चों से लेकर वरिष्ठजनों तक सभी वर्गों की सहभागिता ने यह सिद्ध कर दिया कि जब समाज एकजुट होता है, तो वह अपनी सांस्कृतिक विरासत को नई पीढ़ी तक जीवंत रूप से पहुंचा सकता है। महासंघ के कोषाध्यक्ष सतीश दुबे ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य भगवान परशुराम जी के आदर्शों का प्रचार-प्रसार करना, युवाओं में शौर्य और धर्म के प्रति जागरूकता लाना एवं समाज को संगठित करना था। कार्यक्रम का समापन सहभोज एवं प्रसाद वितरण के साथ हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में समाजजनों ने भाग लिया। अंत में आभार प्रदर्शन पं. सुदर्शन दुबे ने किया। कार्यक्रम की जानकारी कपिल व्यास ने दी।



