
देवास। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े एवं पूर्व अध्यक्ष एवं सांसद राहूल गांधी के दिशा-निर्देशन में मध्यप्रदेश में संगठन सृजन अभियान का शुभारंभ किया गया है। इस अभियान के अंतर्गत कांग्रेस के जिला अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों का चयन पारदर्शिता, चर्चा और सर्वसम्मति के आधार पर किया जाएगा।
देवास जिले के लिए कांग्रेस आलाकमान द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकराजस्थान से सांसद मुरारीलाल मीणा, राज्यसभा सांसद श्री अशोक सिंह, श्री अजीत सिंह, सुश्री रिंकू राजकुमारी रघुवंशी – ने आज पत्रकार वार्ता के माध्यम से जिले में अभियान के आरंभ की जानकारी साझा की। इस अवसर पर शहर जिला कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री मीणा ने कहा कि यह महज़ पद वितरण नहीं, बल्कि समर्पित और संघर्षशील कार्यकर्ताओं को नेतृत्व में लाने की एक जिम्मेदार पहल है।
सर्वसम्मति से होगा अध्यक्ष का चयन
श्री मुरारीलाल मीणा ने बताया कि श्री राहुल गांधी ने निर्देश दिए हैं कि जिला अध्यक्ष का चयन केवल राजनीतिक समीकरण या गुटबाजी के आधार पर न हो, बल्कि हर स्तर के कार्यकर्ता की बात सुनी जाए और ऐसा नाम सामने आए जो संगठन को मजबूती दे सके। उन्होंने कहा कि 16 जून को देवास विधानसभा क्षेत्र सहित जिले के सभी क्षेत्रों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, वरिष्ठ नेताओं और दावेदारों से भेंटवार्ता की जाएगी। 15 जून को सोनकच्छ एवं हाटपिपलिया में बैठकें आयोजित होंगी, जबकि खातेगांव व बागली के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आज ही संवाद किया गया।
श्री मीणा ने यह भी स्पष्ट किया कि हम यहां केवल जिला अध्यक्ष तय करने नहीं आए, बल्कि सभी कार्यकर्ताओं से मिलकर सर्वसम्मति का नाम प्रस्तावित करने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। 20 जून को यह रिपोर्ट राहुल गांधी को सौंपी जाएगी। उन्होंने बताया कि यह उनका पहला दौरा है और इसके बाद पुन: फीडबैक एवं सुझाव लेने के लिए टीम देवास लौटेगी।
निष्पक्ष सुझाव देने की अपील
पर्यवेक्षक मंडल ने मीडिया के माध्यम से कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे निष्पक्ष भाव से ऐसे नाम सुझाएं जो संगठन को नई दिशा दे सकें और जनता के बीच कांग्रेस की मजबूत आवाज बन सकें। संगठन सृजन अभियान में अग्रिम संगठनों, विभागों एवं प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों से भी वन टू वन चर्चा की जाएगी। श्री मीणा ने जोर देकर कहा कि यह अभियान केवल नियुक्ति का औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक विचार आधारित संगठन निर्माण का प्रयास है। उन्होंने कहा कि संगठन निर्माण की इस प्रक्रिया में कोई भी कार्यकर्ता खुद को अलग न समझे। हम सबके सुझावों के आधार पर आगे बढ़ेंगे।

