Uncategorizedआपका शहरइंदौरउज्जैनदेवासप्रशासनिकभोपालमध्यप्रदेशमहाराष्ट्र

जिला अस्पताल असेसमेंट ऑफ लक्ष्य की टीम ने व्यवस्थाओं का लिया जायजा, लेबर रूम में कार्यरत नर्सों से की बातचीत

देवास। नेशनल असेसमेंट ऑफ लक्ष्य की टीम ने व्यवस्थाओं का लिया जायजा, लेबर रूम में कार्यरत नर्सों से बातचीत करते हुए देवास जिला अस्पताल का मंगलवार को असेसमेंट ऑफ लक्ष्य की टीम भोपाल से आए डाक्टर प्रदीप डहेरिया द्वारा निरीक्षण किया गया। निरीक्षण टीम ने सुरक्षित प्रसव और मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए भारत सरकार द्वारा लक्ष्य प्रोग्राम चलाया जा रहा है। इसके तहत अस्पतालों में इससे जुड़ी सुविधाओं का मूल्यांकन करने के बाद एक सर्टिफिकेट जारी होगा। भारत सरकार के लक्ष्य प्रोग्राम के तहत मिलने वाले ऐसे ही सर्टिफिकेट के लिए इन दिनों देवास अस्पताल में प्रकिया जारी है। इसी क्रम में मंगलवार को राज्य की एक टीम मूल्यांकन करने जिला असप्ताल पहुंची। जिसमें देखा गया कि लेबर रूम में किस तरीके से काम कर रहे है। उस लक्ष्य के अनुरूप लेबर रूम कैसा बनाया गया है और उसके प्रोटोकॉल कैसे है। जिससे मातृ मृत्यु दर और बच्चे की मृत्यु दर को कम करने के लिए कैसे काम किया जा रहा है। इन्हीं सभी लक्ष्यों को पूरा करने के लिए निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में देवास जिला अस्पताल ेका लेबर रूम सबसे अच्छा पाया गया। निरीक्षण टीम की ओर से लेबर रूम में कार्यरत सभी नर्सों से चर्चा भी की गई।
इस दौरान टीम के सदस्यों ने यहां के लेबर रूम और लेबर ओटी का निरीक्षण किया गया। इसके अलावा वहां पर पिछले एक वर्ष में हुई डिलेवरियों की रिपोर्ट की भी जांच की गई। जिसमें कितने बच्चों का जन्म हुआ, जिसमें बच्चों और माताओं की मृत्यु का रिकार्ड चेक किया। लेबर रुम में डिलेवरी कराने वाले डॉक्टरों व नर्सो का भी मौखिक टेस्ट लेकर उनकी कार्य प्रणाली को जांचा। लेबर रुम में स्वास्थ्य विभाग की ओर से उपलब्ध कराए गए उपकरणों व अन्य सुविधाओं के रख रखाव व उपयोग के तरीकों की भी जांच की गई। इस प्रोग्राम के तहत जारी चेक लिस्ट के अनुसार मूल्यांकन के समय ज्यादातर सुविधाएं संतोषजनक मिली। लेकिन छोटी छोटी कमियों को लेकर टीम के सदस्यों ने उन्हें ठीक करने लिए भी कहा, जिस पर अस्पताल प्रबंधन द्वारा कमियों में जल्द सुधार का आश्वासन दिया गया है। इस प्रोग्राम के तहत जारी चेक लिस्ट के आधार पर पहले संस्था द्वारा खुद आंकलन करने के बाद राज्य की टीम द्वारा एसिसमेंट पूरा किया जाता है।
सिविल सर्जन डा एमपी शर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष लक्ष्य कार्यक्रम को लेकर की तैयारी बेहतर थी और मापदंड के अनुसार हमें बेहतर अंक मिले और लक्ष्य को लेकर हम सर्टिफिकेट प्राप्त कर चुके हैं इस कड़ी में टीम लगातार निरीक्षण के लिए आती है हम लगातार स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को और बेहतर कर रहे हैं और इस बार भी लेबर रूम से लेकर अन्य व्यवस्थाएं और संसाधन बेहतर मिले हैं। लगातार जिले में शिशु और मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को हम बेहतर कर रहे हैं। प्रसुताओं को बेहतर सुविधा देने के साथ ही नवजात बच्चों के बेहतर इलाज के प्रबंध जिला अस्पताल में किए गए हैं हाल ही में सो बेड का मेटरनिटी विंग तैयार हो रहा है जिससे कि आगे और बेहतर सुविधाएं मिल सकेगी।
मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करने का प्रयास
लक्ष्य योजना का उद्देश्य मातृ-शिशु मृत्यु दर में गिरावट लाना है। जिसके तहत नेशनल असेसमेंट ऑफ लक्ष्य की टीम निरीक्षण कर रही है। टीम की ओर से करीब 5 घंटे तक निरीक्षण किया गया है। जिसमें निरीक्षण टीम की ओर से प्रसव कक्ष, मेटरनिटी वार्ड, एसएनसीयू, ऑपरेशन थिएटर, लेबर रूम का निरीक्षण किया गया है। टीम द्वारा अस्पताल में भर्ती प्रसूति महिलाओं से चर्चा कर अस्पताल की व्यवस्थाओं के संबंध में पूछा।

Related Articles

Back to top button

कृपया खुद मेहनत करे...