स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन की बारीकियों को समझने हेतु कार्यशाला आयोजित
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देवास। नगर निगम आयुक्त रजनीश कसेरा के निर्देशानुशार स्वच्छता सर्वेक्षण गाइडलाइन की बारिकियों को समझने हेतु निगम सभा कक्ष में प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला के दौरान स्वच्छ भारत मिशन से विश्वजीत सिंह द्वारा स्वच्छ भारत मिशन एवं स्वच्छ सर्वेक्षण की शुरुआत,उद्देश्य एवं उपयोगिता के बारे में उपस्थित सभी सहायक स्वास्थ्य अधिकारी,सभी स्वच्छता निरीक्षकों एवं आईईसी कॉर्डिनेटर को विस्तार पूर्वक जानकारी से अवगत कराया। स्वच्छ भारत मिशन के विशाल जोशी ने विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुये बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण चार चरणों में होता है। इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में स्वच्छता की प्रतिस्पर्धा ष्9500 अंकों ष्की है। इसमें 14 प्रतिशत जन आंदोलन, 26 प्रतिशत प्रमाणीकरण और 60 प्रतिशत सेवा स्तर के अंक होंगे, 5705 अंक सिर्फ सेवा स्तर में प्रगति को अंकित करेंगे, शेष 5705 में से 2853 अंकों का है जिनमें विरासती अपशिष्ट प्रबंधन और डंपसाइट उपचार 4 प्रतिशत, पृथकीकृत संग्रहण एवं परिवहन 13 प्रतिशत, संकेत सूचक 14 प्रतिशत, दर्शनीय स्वच्छता 17 प्रतिशत,स्वच्छता उपयोगिता जल प्रबंधन एवं सफाई मित्र सुरक्षा 22 प्रतिशत, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन 30 प्रतिशत, सेवा स्तर प्रगति के अंकों के लिए यहां देना होगा ध्यान 26 प्रतिशत। सर्व विदित हैं कि केन्द्र सरकार द्वारा सालाना कराए जाने वाला स्वच्छता सर्वेक्षण अब अपने अंतिम चरणों में है। निगम स्वास्थ्य अमला लोगों को जागरूक करने से लेकर सफाई के इंतजाम करने में निगमों के अधिकारी अब बड़ी मुस्तैदी से जुटे हुए दिखाई दे रहे हैं। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के लिए जो गाइडलाइन जारी किया है उसके अनुसार सर्वेक्षण में जिन बारीकियों को परखा जाएगा उनको निगमों के अधिकारियों द्वारा अगर प्रत्येक बिंदु पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। जिससे स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान मिलने वाले अंक में कटौती को कम किया जाना संभव है।
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