आपका शहरइंदौरउज्जैनदेवासधर्म-आध्यत्मप्रशासनिकभोपालमध्यप्रदेश

नए साल का पहला दिन बुधवार, चमकेगा नागदा गणेश मंदिर सहित माता का दरबारशहर सहित अन्य धर्म स्थलों पर उमेडग़ी भक्तों की भीड़

अमित बागलीकर
देवास।
नया साल 2025 एक दिन बाद आरंभ हो रहा है। पहला दिन बुधवार होने से नागदा के गणेश मंदिर, माता टेकरी सहित शहर के अन्य धार्मिक स्थलों पर दर्शनाथीयों अधिक संख्या में पंहुचते है। इस कारण पं्रशासन सहित मंदिर प्रबंधन तैयारियों में जुट गये है। वही शहर में कई मंदिर को आकर्षक रोशनी से सजाया भी जा रहा है।
अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से
नया साल जनवरी से शुरू होता है, लेकिन नए साल के पहले दिन देवी देवताओं के दर्शन का क्रेज भी बढ़ा है। इस बार 1 जनवरी को बुधवार होने से लोग देवास में माता टेकरी सहित नागदा गणेश मंदिर व अन्य देव दर्शन स्थल पर अधिक संख्या में दिखेगें। बुधवार भगवान गणेश का दिन माना जाता है। इस दिन को शुभ माना जाता है और नए कार्य इसी दिन नए साल का पहला दिन बुधवार, चमकेगा संयोग से बुधवार से ही साल 2025 की शुरुआत होने जा रही है। देवास एसडीएम बिहारीसिंह ने बताया 1 जनवरी को मंदिर में दर्शनार्थिर्यीे की व्यवस्था के लिए विशेष व्यवस्थाए कराई गई है। साथ ही माता टेकरी व नागदा गणेश मंदिर पर जिला प्रशासन द्वारा फुल बंगला सजाया गया है। पूरे मंदिर पर आकर्षक विद्युत रोशनी भी कराई गई है।
4 हजार साल पहले हुई शुरुआत…
नया साल आज से लगभग चार हजार वर्ष पहले बेबीलोन में मनाया गया था। 1 जनवरी को मनाया जाने वाला नया वर्ष ग्रेगोरियन कैलेंडर पर आधारित है। इसकी शुरुआत रोमन कैलेंडर से हुई है। पारंपरिक रोमन कैलेंडर का नया वर्ष 1 मार्च से शुरू होता है। लेकिन रोमन के प्रसिद्ध सम्राट जूलियस सीजर ने 46 वर्ष ईसा पूर्व में इस कैलेंडर में परिवर्तन किया था। उन्होंने जुलाई का महीना और इसके बाद भतीजे के नाम पर अगस्त महीना जोड़ दिया। दुनियाभर में तब से लेकर आज तक नया साल 1 जनवरी को मनाया जाता है।

Related Articles

Back to top button

कृपया खुद मेहनत करे...