सहकारिता विभाग व कर्मचारियों के बीच हुई वार्ता विफल, सहकारी कर्मचारियों की हडताल जारी- सहकारिता विभाग मप्र द्वारा निकाले गए नवीन आदेश को अमल में लाने से किया इंकार

देवास। जिले में सहकारी कर्मचारियों की हडताल से कई सेवाएं ठप्प हो गई है। मप्र सहकारी संस्थाएं कर्मचारी महासंघ के कर्मचारियों की हडताल शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रही। जिलाध्यक्ष ठा. जवालसिंह सेंधव ने बताया कि हडताल के कारण सहकारी समितियों में काम ठप है। किसानों को खाद-बीज व अन्य जरूरी चीजों के लिए भटकना पड़ रहा है। हड़ताल के चलते सहकारी समितियों में ताले लटक रहे हैं। किसानों को खाद-बीज का वितरण बंद हो गया है। साथ ही केसीसी, ब्याज अनुदान, लोन की एंट्री आदि काम भी बंद हो गए हैं। संघ ने कहा है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। समितियों के माध्यम से ही समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी, खाद-बीज, केसीसी ऋण का वितरण किया जाता है जो अब पूर्ण रूप से बंद है। जिले के करीब 700 अधिक सहकारी कर्मचारी काम बंद, कलम बंद व ताला बंद हडताल कर धरना प्रदर्शन कर रहे है। जिलाध्यक्ष श्री सेंधव ने बताया कि हडताल के दौरान शुक्रवार को सहकारिता उपायुक्त एवं बैंक एमडी के साथ काफी समय तक कर्मचारियों की बैठक हुई, लेकिन वह पूर्णत: विफल रही। वेतन वृद्धि को लेकर मप्र शासन सहकारिता विभाग द्वारा नवीन आदेश निकाला गया है, लेकिन उस आदेश को भी संबंधित अधिकारियों ने मानने से इंकार कर दिया। इस अवसर पर जिले में चल रही धरना प्रदर्शन के दौरान संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष इंदर सिंह गौड़, पूर्व जिलाध्यक्ष संतोष शुक्ला, संगठन जिला सचिव बहादुर सिंह भाटी, संगठन जिला कमेटी के सदस्य धर्मेन्द्र सिंह चौबारा, जीवन सिंह गोस्वामी, देवेंद्र सेंधव, महेंद्र सिंह राजावत, जगदीश शर्मा, संतोष जोशी, विजय कुमार जोशी, राजा मीणा, मोहनलाल जाट, राजेश सिंह राजपूत आदि सहित बडी संख्या में सहकारी कर्मचारी उपस्थित थी। यह हडताल निरंतर रूप से जारी रहेगी।


