इंदौर से गया जी तक अकेले निकाल रहे राष्ट्रीय एकता कावड यात्रा69 वर्ष की आयु में भी है युवाओं जैसा जज्बा

देवास। दिल में देशभक्ति का जज्बा हो और अगर कोई मन में ठान ले तो आदमी की आयु एवं दूरी कोई मायने नहीं रखती। इस बात को चरितार्थ करते हुए पंचम की फेल इंदौर के निवासी 69 वर्ष के लक्ष्मण नामदेव गणवीर ने इंदौर से गया जी तक विश्व राष्ट्रीय एकता कावड़ यात्रा निकालने का संकल्प लिया है। वे अकेले इंदौर से उज्जेन महाकाल दर्शन कर देवास पधारे तथा यहां पर माताजी के दर्शन कर अयोध्या की ओर रवाना हुए। इसी दौरान खेल विभाग से सेवानिवृत्त यशवंत डागोरा एवं विश्वहिंदू परिषद के कोषाध्यक्ष विजय पांचाल से मुलाकात में बताया कि मेरे परिवार में दो बेटे एवं दो बेटियां है, मैं अभी तक 16 हजार किलोमीटर की पैदल यात्रा पूर्ण कर चुका हूं। मेरे दिल में देश के लिए कुछ करने की इच्छा बचपन से रही है। लक्षमण ने बताया कि मैं देशवासियों को अमन चैन, देशभक्ति, एवं सदभाव का संदेश देना चाहता हूं, क्योंकि हमारे भारत में वसुधेव कुटुम्बकम की परम्परा रही है। वे अपने साथ एक बैनर लेकर, ढोल एवं कुछ साज सामग्री लेकर चल रहे हैं। उनका कहना है कि आज देश में देशभक्ति की भावना बढ़ाने की बहुत आवश्यकता है।

