ऐसी कैसी आर्दश आचार संहिता नगर निगम कर्मियों पर पूर्व का दबदबा बरकरार
देवास । आर्दश आचार सहिंता लगने के बाद भी पूर्व महापौर के निवास पर नगर निगम के कर्मचारी आज भी काम करते हुए देखे जा सकते है पूर्व महापौर के यहा निगम कर्मचारी किस कारण व किसके कहने पर कार्य कर रहे है यह सोचनीय विषय है ये कोन सी नेतिकता है क्या महापौर पद पर एक बार रहने के बाद निगम कर्मचारी क्या इनके गुलाम हो जाते है या फिर ये उन निगम कर्मियों को अपना गुलाम समझते हैं इसे कहते है राम की चिडिया राम का खेत खा ले चिडिया भर-भर पेट इन्होने अभी निगम को अपनी चरागाह सूमझा रखा है लगता है जनप्रतिनिधयों में उनमाद छा गया है जो पद पर नही है यहा ओर निवार्चन आयोग को मजाक बना लिया है अब तो यही कहा सकता है कि जनता का टेक्स नगर निगम वसूलती है वो अपने कर्मचारियों के लिये वसूलती है या पूर्व महापौर के निवास पर काम करवा रहे है जो किसी भी दृष्टी से उचित नही है निगम आयुक्त तत्काल इस पर संझान ले और निगम में रहे पूर्व महापौर, सभापित के यहा काम करने वाले निगम कर्मियों को तत्काल नगर निगम में अटेच करवाये क्योकि विधानसभा चुनाव को लेकर आर्दश आचार संहिता लगी है अब निगम प्रशासन कब कसेगा नेताओ पर शिंकजा …!
इनका कहना:-
इस विषय पर निगम आयुक्त रजनीश कसेरा से बात की गई तो उनका कहना था कि आंचार संहिता का सभ्ीा को कडाई से पालन सुनिश्चित करना है यदि कोई कर्मचारी हैा तो उनको वापस बुलवाया जायेगा।