औपचारिकता का प्रमाण देवास निगर निगम का काम चालू वाचनालय, इधर लाखों खर्च तो उधर पीने को पानी तक नहीं, विधायक प्रतिनिधी व महापौर पति बोले मेरी जानकारी में नही कैसा है वाचनालय

अमित बागलीकर
देवास। बीते कुछ सालों में युवाओं के बीच लाइब्रेरी कल्चर तेजी से विकसित हुआ है जहां संस्थाओं द्वारा कुछ शुल्क लेकर युवाओं को एक सुविधा युक्त माहौल प्रदान किया जाता है जिससे वे बिना किसी रूकावट के प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकें ऐसे में शहर के युवाओं को पढ़ाई का माहौल उपलब्ध कराने के उद्देश्य देवास नगर निगम द्वारा पुस्तकालय और वाचनालय का निर्माण नहीं कराया गया है हालाकिं वर्षो पुराना यह वाचनालय अपनी दशा पर आंसू बहा रहा है और इस वाचनालय के दावे कितने खोखले इसका अंदाजा मौजूदा स्थिति से लगाया जा सकता है यह औपचारिकता की कुछ ऐसी पंरपराएं निभाई जाती है की पढऩे के लिए टेबल खुर्ची मिल जाए वही बहुत कुछ होगा हालांकि इसे दुरुस्त कराने कई बार आवाज बुलंद की गई लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता के सामने हर बार हर आवाज खामोश बैठ गई ऐसा बोला जा सकता है। वही निगम का यह वाचनालय पिछले एक स्पताह से बंद है जिसके चलते वहा पर आने वाले बुजुर्गो को बंद ताला देखकर मुरझाए चेहते लेकर वापस जाना पढ़ता है।
इधर लाखों खर्च तो उधर पीने को पानी तक नहीं
गौरतलब है कि शहर को बेहतर बनाने के लिए शहर के चारों ओर जीर्णोद्धार के साथ बड़ी बड़ी सौगात देने की बात पूर्व में जवाबदारों द्वारा कही गई थी। जबकि उक्त वाचनालय खुलने व बंद होने के समय का उल्लेख नही हैै इसके विपरीत निगम द्वारा संचालित वाचनालय को उनकी दुर्दशा पर रोने को छोड़ दिया गया है गौरतलब हो कि निगम प्रशासन द्वारा देवास शहर में एकमात्र वाचनालय संचालित किया जा रहा है लेकिन मौजूदा हालात को देखकर तो यही लगता है कि पूरा निगम प्रशासन वाचनालय के हिसाब से केवल कागजों पर सिमट गया है उसे इस वाचनालय से कोई मतलब नहीं रह गया। वही दूसरी और उक्त वाचनालय के मुख्य द्वार पर झोन क्रमांक 1 वार्ड क्र 39 हाजरी सेन्टर बना दिया गया है जहा वाचनालय की जगह उक्त स्थान पर दिनभर दरोगा के अलावा अन्य लोगों के बैठने का अडडा बना हुआ है।
इनका कहना -:
विधायक प्रतिनिधी व महापौर पति दुर्गेश अग्रवाल से जब वाचनालय के विषय पर जानकारी ली गई तो उनका कहना था कि डिपार्टमेन्ट से समझ लू। इसके साथ ही यह बात सही है कि शहर में वाचनालय है तो उसकी सुविधा हमारे नागरिकों को मिलना चाहिये और निगम के इस वाचनलाय में यदि सुविधाओं की कमी है तो अधिकारियों से बात करके दिखवाता हैू और वहा पर जो सुविधांए मिलनी चािहये वह उपलब्ध करवाने के निर्देश दूगां ।



