कैकेयी की जिद्द के कारण भगवान राम को 14 वर्ष का वनवास जाना पड़ा- पं. देवराज शर्मा

देवास। कैकेयी की जिद्द के कारण भगवान राम को 14 वर्ष का वनवास जाना पड़ा। माँ सरस्वती ने कैकेयी की दासी मंथरा के माध्यम से कैकेयी को भरत को राजा बनवाने के लिए उकसाया था। मंथरा की बातों में आकर कैकेयी ने राजा दशरथ से भरत को राजा बनाने और राम को वनवास जाने के लिए कहा। उक्त उद्गार श्री आदर्श रामायण मण्डल महिला समिति एवं श्री हरि बोल सेवा समिति द्वारा नूतन नगर उद्यान में चल रही श्री रामकथा के पंचम दिवस पंडित देवराज शर्मा ने राम भगवान के वनवास कथा प्रसंग के दौरान कहें। आयोजक धर्मेन्द्र ठाकुर एवं संजय बोर्डिया ने बताया कि व्यासपीठ की आरती भाजपा नेता विपिन रघुवंशी, महिला मण्डल के प्रमुख आशा देवी, संजुला रघुवंशी दिलीप रघुवंशी, पार्षद प्रतिनिधि प्रवीण वर्मा, अशोक रघुवंशी गुड्डा भाई विरेन्द्र राठौर, सुनील कुशवाह सहित भक्तजनों ने की। कथा पश्चात एकादशी के उपलक्ष्य में साबुदाने की खीर का वितरण भक्तों को किया यगा। महाराज श्री ने आगे कहा कि भगवान राम का जन्म रावण का वध करने के लिए हुआ था। अगर राम राजा बन जाते तो रावण का वध नहीं हो पाता। इसलिए देवताओं ने यह लीला रचाई। कथा के दौरान श्रद्धालु भाव विभोर होकर भगवान राम के चरणों में मत्था टेकते रहे। रामकथा का आयोजन 15 दिसम्बर तक प्रतिदिन दोपहर 1 से शाम 4 बजे तक होगा।

