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गुदबुद सियासत का बड़ा मेल! सेंधव ने कराई सांसद–विधायक की अनोखी जोड़ीदार एंट्री….., यूनिटी मार्च में दिखी मजबूरी की एकता

देवास। लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर निकली यूनिटी मार्च ने देवास की सियासत में ऐसा तड़का लगाया कि पूरे शहर की राजनीतिक कढ़ाई उबलने लगी। महीनों से सोशल मीडिया पर छाई सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी बनाम विधायक गायत्रीराजे पवार की ठनक, तकरार और मनमुटाव की चर्चाओं ने इस पदयात्रा के बाद नया मोड़ ले लिया। हालत तो यह थे कि जहाँ विधायक होती थीं, वहाँ सांसद दिखते नहीं थे, और जहाँ सांसद जाते थे, वहाँ विधायक का नाम तक नहीं होता था। मंचों की दूरी भी दोनों के समीकरणों को खूब बयान करती रही। लेकिन शनिवार को श्रीमंत तुकोजीराव पवार स्टेडियम से शुरू हुई पदयात्रा में दोनों नेताओं को एक साथ देखकर शहर का सियासी पारा अचानक ऊपर चढ़ गया। लोग चटकारे लेकर कहने लगे कि जो काम पार्टी के बड़े नेता महीनों से नहीं कर पाए, वह भाजपा जिला अध्यक्ष रायसिंह सेंधव ने एक ही दिन में कर दिया। हालाँकि सेंधव खुद भी इस खींचतान में कई बार “दो पाटों के बीच पिसते” नजर आए हैं, लेकिन इस बार उन्होंने दोनों को एक मंच और एक यात्रा में खड़ा कर पूरे शहर को चर्चा का मसाला दे दिया।

अब देवास की राजनीति में यह सवाल खूब घूम रहा है कि क्या यह साथ महज एक दिन का दिखावा था, या फिर सच में दोनों के रिश्ते चुनावी मौसम को देखते हुए सुधर रहे हैं। आने वाले नगरीय निकाय और विधानसभा चुनाव में यह समीकरण भाजपा की स्थानीय राजनीति का भविष्य तय करेंगे, इसलिए कार्यकर्ता से लेकर विपक्ष तक सबकी नजर इसी जोड़ी पर टिक चुकी है। यूनिटी मार्च शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरी, जहाँ जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। शुरुआती कार्यक्रम में स्कूली छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से माहौल में रंग भरे। मार्च में सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी, विधायक गायत्री राजे पवार, जिलाध्यक्ष रायसिंह सेंधव के साथ स्कूली बच्चों, खेल संगठनों और आमजन की भारी भीड़ शामिल रही। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल तैनात रहा। कार्यक्रम में सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने सभी को नशामुक्त देवास का संकल्प भी दिलाया।  यूनिटी मार्च एकता से ज्यादा सियासी पटरियों को सीधा करती दिखी। अब शहर की एक ही चर्चा है सांसद और विधायक का यह नया तालमेल कितने दिन चलेगा और कब फिर राजनीति अपना रंग बदल देगी।

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