
देवास जिले में गौवंश की स्थिति और सड़क किनारे के श्वान के लिए आए दिन विवाद की स्थिति निर्मित होती है। सड़क, कॉलोनी के श्वान और सड़क पर विचरण करती गायों की समस्याओं के निराकरण के लिए एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमे गौसेवक जीतू रघुवंशी, पशु अधिकार कार्यकर्ता रूपा पटवर्धन (सदस्य एनिमल वेलफेयर मॉनिटरिंग कमेटी, नगर निगम देवास), संस्था राम राम से शैलेंद्र सिंह पंवार, आरती शर्मा ,सैयद सादिक अली, खलील अहमद शेख, शिव सागर चौहान और रीता गौर ने गौमाता और स्ट्रीट डॉग्स की दयनीय स्थिति के बारे में बताया। आमजन सी.एम. हेल्पलाइन पर स्ट्रीट डॉग्स की शिकायत करते हैं, फिर नगर निगम द्वारा उनको जन्मस्थल से उठा कर अन्य जगह छोड़ा जाता है जो कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश का खुला उल्लंघन है। स्ट्रीट डॉग्स को उनके जन्म स्थल से पकड़ कर अन्य जगह छोड़ा जाना पशु अधिकारों का उल्लंघन है और इस कृत्य पर सजा का प्रावधान है। उनको एक जगह से दूसरी जगह छोड़े जाने के कारण ही श्वान उत्तेजित आक्रामक होते हैं। पशु अधिकार कार्यकर्ता रूपा पटवर्धन ने बताया कि गौपालकों द्वारा सड़क पर छोड़ दी गई गायों की दुखदायी स्थिति के लिए गौपालक ही जिम्मेदार हैं और श्वानो के लिए नगर निगम क्योंकि न नगर निगम श्वानों की नसबंदी करवा रहा है न ही एंटी रेबीज़ टीके श्वानों को लगवाए जा रहे हैं। नगर निगम के पास श्वानों की नसबंदी के लिए फंड आता है लेकिन नगर निगम अपनी जवाबदेही नहीं निभाता है। नसबंदी और एंटी रेबीज़ के द्वारा ही श्वानो की समस्या हल की जा सकती है। इसी प्रकार गौ पालक भी गायों का दूध निकालकर उनको सड़कों पर छोड़ देते हैं जिससे दुर्घटना का भय बना रहता है इसके लिए गौपालकों पर प्रभावी कार्यवाही की जरूरत है। इसके अलावा पशु चिकित्सालय की अव्यवस्था के बारे में भी पत्रकारों को अवगत करवाया गया।
