चक्रा हिलिंग तीन दिवसीय ओशो ध्यान शिविर
देवास। स्वामी योगेन्द्र भारती एवं नवीन सोलंकी ने बताया कि सदगुरू ओशो के द्वारा आज मानव के समग्र विकास हेतु ध्यान की विधियों में स्वास प्रस्वास एवं वैज्ञानिक तकनिकियों के साथ ध्वनि तरंगों के द्वारा ध्यान में उतारा जा रहा है। 29 सितम्बर शाम 6 बजे से 29 सितम्बर दोपहर तक इंदौर, उज्जैन रोड स्थित तक्षशीला स्कूल केे पीछे ओशो महाकाल धाम आश्रम में सदगुरू ओशो के द्वारा दीक्षित स्वामी समर्पण भारती सूरत के दिव्य संचालन में होगा। दिव्य उर्जा से ओतप्रोत गाउन सद्गुरू ओशो के द्वारा भेंट किया गया। स्वामीजी को साउंड तरंगों का गहरा अनुभव है। जिसे अल्फा तरंग, बीटा तरंग, थीटा तरंग, डेल्टा तरंग में सामंजस्य स्थापित कर ओशो के द्वारा दिए गए ध्यान प्रयोगों के माध्यम से ध्यान में उतारा जाएगा। जिसके फलस्वरूप नाइट्रिक आक्साईड (एन.ओ) के स्तर में वृद्धि जो उपचार में मदद करता है। ऑक्सीजन में वृद्धि, रक्तचाप, हृदय गति कम होना, तनाव से संबंधित हार्मोन के स्तर में कमी आती है। अधिकांश बीमारियां तनाव से संबंधित होती है। ध्वनियां भी शारीरिक प्रभाव में लाभकारी है। अब आधुनिक विज्ञान प्रभावों को मान्य कर रहा है। इस शिविर में होने वाले ध्यान प्रयोगों में भाग लेने के लिए स्वामी बोधि निजेन, मां मधुसुदन मीरा, स्वामी बोधि अशोक, मां प्रेम अन्जु, मां ध्यान ज्योति, स्वामी हर्षद, स्वामी ओम नवगोेत्री, स्वामी बसंत कटारिया, स्वामी विनय पाल आदि ने सहभागिता के लिए आग्रह किया है।