
देवास । देवास जिले में विभाग की मनमानी व तानाशाही की वजह से बच्चों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। गत 10 वर्षों से अतिथि शिक्षक के रूप में नियुक्त संजय पिता बाबूलाल पटेल निवासी रंधनखेड़ी, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पाडल्या में संस्कृत विषय पढ़ा रहे थे। इस वर्ष भी लोक शिक्षण न्यायालय भोपाल का आदेश हो चुका है लेकिन पाडल्या की प्राचार्य किरण राजपूत ने अपनी मनमानी करते हुए लोग शिक्षण के आदेश की भी अवहेलना की तथा संजय पटेल को जानबूझकर नियुक्ति नहीं दी।


पटेल ने बताया कि मेरे द्वारा जिलाधीश, जिला पंचायत सीईओ को भी आवेदन दिया जा चुका है। जबकि इस विषय का स्कूल में कोई भी शिक्षक नहीं होने से बच्चों का भविष्य बिगड़ रहा है। इसके बावजूद भी यहां की प्राचार्य के कानो पर जू तक नहीं रेंग रही है। संजय पटेल ने बताया कि अगर मेरी सुनवाई नहीं होती है तो मैं कोर्ट में जाकर अपनी गुहार लगाऊंगा। प्रभारी प्राचार्य श्रीमती राजपूत मुझे जानबूझकर ज्वाइन नहीं करवा रही है।
