
देवास। तप से असंभव भी संभव हो जाता है। सती के जाने के बाद भगवान शिव ने अनुराग छोड़ पूर्ण वैराग्य को धारण किया और 86 हजार वर्षों तक समाधिस्थ रहे । जिसकी परिस्थिति समर्पण को नहीं छोड़ती वो शिव है । बड़े से बड़े काम ज्ञान से नही ध्यान संभव होते है । वरदानी असुर तारकासुर ने जब देवता पर विजय प्राप्त कर ली तब वरदान के प्रतिफल उसका वध शिव पुत्र के अलावा कोई नही कर सकता था । इस विकट परिस्थिति से निपटने के लिए देवताओं ने भगवान शिव का विवाह हिमाचल पुत्री पार्वती से कराने का लिया निर्णय लिया। किंतु लाख प्रयास के बाद भी पश्चात भी भगवान शिव की समाधि को भंग नहीं कर सके ऐसे में कामदेव ने भगवान शिव की समाधि हटाने के लिए पुष्प बाण छोड़ा जिससे शिवजी समाधि टूटी और उन्होंने क्रोध से तीसरा नेत्र खोला तो कामदेव जल कर भस्म हो गये । कामदेव ने यह अपराध देवताओं के कहने से सृष्टि के हित में किया था। जो लोकमंगल के लिए जो अपने देह का त्याग करता है देवता उसका गुणगान करते हैं । यह आध्यात्मिक विश्लेषण जवाहर नगर संस्था भीम बजरंग एवं सहयोगी संस्था द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के उपलक्ष में राष्ट्र को समर्पित श्री राम कथा के तीसरे दिन रामकथा मर्मज्ञ अध्यात्मिकता वक्ता सुलभ शांतु गुरु जी महाराज ने व्यक्त करते हुए कहा कि संसार के जो भी प्राणी भगवान शिव एवं माता पार्वती की के विवाह की कथा का श्रवण करते हैं उनके जीवन में मंगल ही मंगल होता है । शिवजी की रूचि श्रंगार में नहीं उद्धार में है। शिवजी के श्रृंगार का वर्णन करते हुए आपने कहा कि शिव प्रकृति का श्रृंगार करते है। देवी पार्वती से विवाह का, शिव जी के श्रंग्रार का, और शिवजी बारात अलौकिक वर्णन किया श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। आपने राम कथा के हर प्रसंग का सांसारिक जीवन में पडऩे वाले प्रभाव का बड़ा सुंदर चित्रण किया। आपने बताया की सांसारिक क्रिया जब मर्यादा का और प्रकृति का पालन नही करती तो विकार उत्पन्न होता है उस विकार को नष्ट कर सकती है तो वो है प्रभु राम की कथा । कथा में बतौर अतिथि राष्ट्रीय कवि शशिकांत यादव ने प्रभु राम के आदर्श का संबोधन में चित्रण कर काव्यरस बरसाया, ख्यात भजन गायक द्वारका मंत्री ने गुरुजी से आशिवाद लेकर भजनों की प्रस्तुती दी । आरती में प्रेस क्लब के संरक्षक वरिष्ठ पत्रकार अनिलराज सिंह सिकरवार, प्रेस क्लब अध्यक्ष अतुल बगलीकर, सचिव चेतन राठौड़ ,कोषाध्यक्ष सिद्धार्थ मोदी, बंसल न्यूज के ब्यूरो अमिताभ शुक्ला, पत्रकार रघुनंदन समाधिया , विजेंद्र उपाध्याय, समिति मोनिका शर्मा,कुसम सोनी,वरिष्ठ समाज सेवी प्रहलाद दाड़,उद्योगपति सुरेाश परवाल,भजन गायक दिनेश वर्मा ने आरती की । संचालन चेतन उपाध्याय ने किया । कथा मे बड़ी संख्या में महिला पुरुष सहित राम भक्त उपस्थित थे।


