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जो हो रहा, अच्छा हो रहा, यही सोच रिश्ते बिगड़ने नहीं देगी- जिन सुंदरसुरीप्रवचन श्रृंखला के दूसरे दिवस उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

देवास। आपके जीवन में कोई भी आपके विरूद्ध व्यवहार कर रहा है तो समझना आज का मेरा शत्रु पूर्व जन्मों में जरूर मुझसे ही हैरान हुआ होगा। वह तो इस भव में मुझसे हिसाब चुकता कर रहा है। दुर्व्यवहार करने वाले से कभी रिश्ता मत बिगाड़ना और यह सोच रखना कि जो भी हो रहा है अच्छे के लिये हो रहा है। यही सोच रिश्तांे को संभालेगी भी और संवारेगी भी। पूर्व जन्मों में किए हुए अशुुभ कर्म लाखों वर्ष बाद भी हमारे उदय में आते ही है। इसका जीता जागता उदाहरण हमारे प्रभु महावीर स्वामी है। जिन्होंने लाखों वर्ष पूर्व अपने सेवक के कानों में सीसा भरवा दिया था, तो उन्हें अगले कई भवों के बाद ग्वाला द्वारा कानों में कीले ठोके जाने द्वारा  उनके इस दुष्ट कर्म का भुगतान हो पाया। जब तीर्थंकर परमात्मा को भी अपने कर्मो का भुगतान करना पड़ता है तो हम तो उनके सामने कुछ भी नहीं है। इसलिए ज्ञानी भगवंत कहते हैं कि हमें बहुत सोच समझकर कर्म करना चाहिये। शुभ कर्म भी फल देते हैं और अशुभ कर्म भी हमें जन्मांतर के बाद भी फल देते है। कड़वी बातों को नजर अंदाज करना सीखो, यही आपके सुखी जीवन की प्रथम सीढ़ी है। अपने सुख और दुख कर्म सत्ता पर छोड़ते हुए सोचना कि किसी का पूर्व जन्म का हिसाब चुकता हुआ। खुशहाल जीवन जीने की यही सर्वोत्कृष्ट भावना है। यह बात श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर रामचंद्र सूरी उपाश्रय में विशाल धर्मसभा को उपदेशित करते हुए आचार्य श्री जिनसुंदर सुरीश्वरजी ने कही। उल्लेखनीय है कि गुरूदेव की 13 मार्च तक सात दिवसीय प्रवचन श्रृंखला का द्वितीय दिवस संपन्न हुआ। आपने आगे कहा कि हमें सदैव सम भाव रखते हुए प्रभु ने हम पर जो उपकार किये हैं उन्हें याद करना चाहिये। इस संसार में कई ऐसे प्राणी है जिन्हें वह सुख नहीं मिला जो हमें प्रभु कृपा से प्राप्त हुआ है। हम मायनस देखेंगे तोे सदैव रोते रहेंगे ओर प्लस देखेंगेे तोे सदैव खुश रहेंगे। रिश्ते बिगड़ने के अन्य तीन कारणों पर प्रकाश डालते हुए आपने कहा कि अत्याधिक अपेक्षा, अत्याधिक आग्रह एवं कटु वचन भी रिश्तों में कड़वाहट पैदा करने के लिये अहम भूमिका निभातेे है। प्रवक्ता विजय जैन ने बताया कि आज 9 मार्च रविवार को सुबह प्र्रवचन का विषय फोर विक पाईंट ऑफ माय लाईफ रहेगा। दोपहर 3 बजे 12 वर्ष तक की बालिकाओं एवं 18 वर्ष तक के बालकों के लिए ज्ञान शिविर का आयोजन होगा। रात्रि 8 बजे पुरूष वर्ग के लिये प्रवचन रहेंगे। उल्लेखनीय है कि पूज्यश्री के प्रवचन में प्र्रतिदिन सैकड़ों गुरू भक्त गुुरूवाणी का लाभ ले रहे हैं।

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