
देवास। देवास में शंकरगढ़ पहाड़ी पर प्रस्तावित टूरिज्म प्रोजेक्ट के विरोध में शंकरगढ बचाओ मंच ने जिलाधीश के नाम ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि मूल रूप से शंकरगढ़ पहाड़ी को टूरिज्म के नाम पर किसी भी निजी व्यक्ति को बेचने के निंदनीय विचार का खंडन किया एवं एनजीटी के 2016 के ऑर्डर को क्रियांवित करके शंकरगढ़ की पहाड़ी को वन विभाग को देने की मांग रखी ताकि इस पहाड़ी को रेसटरेशन करने का कार्य सुगम हो सके। इस पहाड़ी को देश में बने 75 नगर वन में से एक नगर वन का दर्जा खुद केंद्र सरकार ने दिया है। शंकरगढ़ पहाड़ी पर कभी फिल्म सिटी कभी एम्यूजमेंट पार्क जैसे पर्यावरण खराब करने वाले प्रोजेक्ट देवास की जनता की भावनाओं को आहत करते है। शासन को चाहिए की शंकरगढ़ जो देवास की धरोहर है उसकी रक्षा सुनिश्चित कर उसको रिस्टोर करने की दिशा में कार्य करे। शंकरगढ़ को टूरिज्म के नाम पर किसी उद्योग समूह को बेचने के असवैधानिक विचार के विरोध में एवं शंकरगढ़ पर विद्यमान लाखो वृक्षों एवं जीव जंतुओ की रक्षा के लिए 28 फरवरी शुक्रवार को प्रातः 10 बजे छत्रपति शिवाजी उद्यान भोपाल चोराहे पर बड़ी संख्या में देवास के नागरिक गण एवं समाज सेवक संस्थाओ ने हिस्सा लेकर शासन के समक्ष अपनी बात रखी। शंकरगढ़ की पहाड़ी पर देवास की जनता ने लाखो वृक्ष लगाये है जिनकी रक्षा के लिए देवास की जनता प्रतिबद्ध है । ज्ञापन का वाचन शंकरगढ़ बचाओ मंच के संयोजक समरजीत सिंह जाधव ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से इस आंदोलन में ग्रीन आर्मी देवास, एक्स सर्विस मेन वेलफेयर सोसाइटी, संस्था सिद्धिविनायक, सनातन विचार मंच के अध्यक्ष रवीन्द्र भारद्वाज, दिव्य योग मित्र देवास से गुरु राजेश बैरागी, शिक्षाविद हेमंत वर्मा, निरंकारी मिशन के किशनलाल निरंकारी एवं साथी, सर्व समाज विकास मंच से ईश्वर सिंह राजपूत, पूर्व पार्षद इंदर सिंह ठाकुर, सिद्धार्थ माहूरकर, रितेश त्रिपाठी ,दिनेश सिंह चौहान, भरत पाटीदार, साधना प्रजापती, जितेंद्र गौड़ , निशित पटेल , माखनलाल पटेल , दीपेश हरोड़े, श्याम गोस्वामी सहित बड़ी संख्या में पर्यावरण प्रेमी उपस्थित रहे।

