देवास फ्लाईओवर घोटाले पर फूटा पूर्व मंत्री का गुस्सापूर्व कलेक्टर, एसडीएम और निगमआयुक्त को बताया ‘अमर, अकबर, एंथनी’बोले, जनता के साथ हुआ महाघोटाला…..!

अमित बागलीकर
देवास। देवास में करोड़ों की लागत से बने फ्लाईओवर के निर्माण में घोटाले का जिन्न अब बोतल से बाहर आ चुका है। शनिवार को आयोजित प्रेस वार्ता में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री दीपक जोशी ने ऐसा बम फोड़ा, जिसने पूरे राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारे में खलबली मचा दी।
जोशी ने अपनी ही पार्टी के जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अधिकारियों पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने भ्रष्टाचार में डूबे इस पूरे मामले की पोल खोलते हुए कहा कि देवास में जनता के नाम पर लूट की जा रही है और अफसरों व नेताओं ने मिलकर इसे सुनियोजित साजिश का रूप दे दिया है।
एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे कोतवाली थाने
प्रेस वार्ता से पहले पूर्व मंत्री दीपक जोशी और पूर्वपार्षद वरिष्ठ नेता दिलीप बांगर सीधे देवास कोतवाली थाने पहुंचे। वहां दोनों नेताओं ने कोतवाली टीआई को लिखित आवेदन सौंपते हुए इस घोटाले पर तत्काल एफआईआर दर्ज करने की मांग की। जोशी ने कहा, यह केवल निर्माण में गड़बड़ी का मामला नहीं है, बल्कि सीधे जनता की जान से खिलवाड़ और सरकारी खजाने की लूट है। इस मामले में भ्रष्टाचार के साथ-साथ गैर इरादतन हत्या की धाराओं में भी मुकदमा बनता है। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए।
पूर्व मंत्री की खरी-खरी ये तीनों तो अमर अकबर एंथनी हैं
जोशी ने पत्रकारों के सामने खुलासा करते हुए कहा कि इस घोटाले की असली जड़ में तीन चेहरे हैं — पूर्व कलेक्टर चन्द्रमौली शुक्ला, तत्कालीन एसडीएम प्रदीप सोनी और नगर निगम आयुक्त विशालसिंह । उन्होंने कटाक्ष करते हुए इन तीनों को अमर, अकबर एंथनी की जोड़ी करार दिया। जोशी ने कहा, देवास में जनता के हक के साथ छलावा करने वाली ये तिकड़ी पूरी फिल्मी स्टाइल में काम कर रही थी। अमर, अकबर, एंथनी जैसे फिल्मों में दोस्ती दिखती है, वैसे ही इन तीनों ने जनता के पैसों की मिलकर बंटवारा किया। योजनाओं का नक्शा तक बदलवा दिया, ब्रिज की जगह बदलवा दी और पूरे शहर को धोखा दे दिया।
बिल्डर के कहने पर बदला ब्रिज का स्थान…!
पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि समदडिय़ा बिल्डर्स की मुनाफाखोरी के लिए इस तिकड़ी ने फ्लाईओवर का स्थान बदलवा दिया। बिल्डर को डर था कि ब्रिज उसकी जमीन के ऊपर बन गया तो उसकी प्रॉपर्टी की कीमत गिर जाएगी। इस डर को देखते हुए अधिकारियों ने बिल्डर के फायदे के लिए जनता पर मनमानी योजना थोप दी। इसके साथ ही जोशी ने सवाल उठाया कि क्या एक बिल्डर की जेबें भरने के लिए देवास की जनता की जान खतरे में डाली जा सकती है…? क्या सरकार और प्रशासन का काम यही रह गया है।
भ्रष्टाचार और गैर इरादतन हत्या में एफआईआर की मांग
जोशी ने कहा कि इस मामले में भ्रष्टाचार की सीमाएं पार हो चुकी हैं। उन्होंने साफ शब्दों में मांग की कि तत्कालीन कलेक्टर, एसडीएम, नगर निगम आयुक्त, निर्माण एजेंसी और इससे जुड़े जनप्रतिनिधियों पर भ्रष्टाचार और गैर इरादतन हत्या के तहत एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि दोषियों से ब्रिज निर्माण में खर्च हुई राशि वसूल कर फ्लाईओवर को उसके स्वीकृत स्थान पर पुनर्निर्मित करवाया जाना चाहिए।
भाजपा के अंदरखाने में बढ़ी हलचल
वही अब तो पूर्व मंत्री का अपनी ही पार्टी के नेताओं और जनप्रतिनिधियों पर इस कदर निशाना साधना देवास की राजनीति में नई हलचल पैदा कर गया है। जोशी ने कहा, भाजपा को कमजोर करने का काम पार्टी के भीतर बैठे भ्रष्ट लोग कर रहे हैं। ऐसे लोग पार्टी की विचारधारा और जनता के साथ विश्वासघात कर रहे हैं।
पूर्व पार्षद वरिष्ठ नेता दिलीप बांगर भी हुए मुखर
प्रेस वार्ता में मौजूद भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व पार्षद दिलीप बांगर ने भी जोशी के आरोपों का समर्थन करते हुए कहा कि देवास की जनता के साथ विश्वासघात हुआ है। उन्होंने मांग की कि जांच निष्पक्ष हो और दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा न जाए।
जनता के बीच आक्रोश की लहर
पूर्व मंत्री के इस खुलासे के बाद देवास में चर्चाओं का बाजार गर्म है। सोशल मीडिया से लेकर हर गली-चौराहे पर लोग यही सवाल कर रहे हैं. क्या वाकई एक बिल्डर की मर्जी से शहर के फ्लाईओवर की दिशा बदली गई. और अगर ऐसा हुआ है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है।
प्रशासन मौन, सियासी बवंडर तेज
प्रेस वार्ता के बाद अब यह सवाल और बड़ा हो गया है कि क्या प्रशासन इस मामले में जांच की पहल करेगा या यह मुद्दा भी सत्ता और सिस्टम के दबाव में दबा दिया जाएगा। लेकिन जोशी के तेवरों से यह तो तय है कि यह लड़ाई अब लंबी चलेगी।


