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देवास में परिवहन विभाग का सघन चेकिंग अभियान जारी: स्कूल व स्लीपर बसों पर शिकंजा14 वाहनों से वसूला गया 1.13 लाख का जुर्माना, एक स्लीपर बस जब्त

देवास। परिवहन आयुक्त एवं कलेक्टर देवास के निर्देशन में जिले में संचालित स्कूल बसों और स्लीपर बसों के विरुद्ध परिवहन विभाग द्वारा सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत विभागीय अधिकारियों ने बीते 4 एवं 5 जुलाई को जिले के विभिन्न क्षेत्रों सोनकच्छ, नेवरी, बरोठा एवं देवास शहर में सक्रिय रूप से चेकिंग अभियान चलाया। इस विशेष मुहिम का उद्देश्य स्कूली बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित मापदंडों की पालना सुनिश्चित कराना रहा। इस दौरान स्कूल बसों में वीएलटीडी डिवाइस, सीसीटीवी कैमरे, स्पीड गवर्नर, अग्निशमन यंत्र, आपातकालीन द्वार, तथा चालकों के पुलिस वेरिफिकेशन सहित अन्य सुरक्षा मानकों की जांच की गई।
दस्तावेजों की जांच में सामने आई लापरवाही
चेकिंग अभियान के दौरान कई वाहनों के पास परमिट, फिटनेस, बीमा, मोटरयान कर, एवं पीयूसी जैसे अनिवार्य दस्तावेजों में गंभीर कमियाँ पाई गईं। इस पर कार्रवाई करते हुए कुल 14 वाहनों से ?1,13,000 का शमन शुल्क वसूला गया।
स्लीपर बसों पर भी शिकंजा
स्कूल बसों के साथ-साथ सडक़ों पर दौड़ती स्लीपर बसों की भी बारीकी से जांच की गई। कुल 25 स्लीपर बसों की जांच की गई, जिनमें से एक स्लीपर बस को परमिट शर्तों का उल्लंघन करते हुए पकड़ा गया और उसे तत्काल जब्त कर लिया गया।
वर्षा काल में दी गई विशेष हिदायतें
चालकों को निर्देशित किया गया कि वर्षा ऋतु को देखते हुए वाहन संचालन में अत्यंत सावधानी बरतें। विभाग ने विशेष तौर पर तेज रफ्तार, रेसिंग एवं अनियंत्रित वाहन संचालन से बचने की सलाह दी है। यह भी स्पष्ट किया गया कि यदि किसी वाहन में सुरक्षा मानकों की कमी पाई गई या दस्तावेज अधूरे मिले, तो भविष्य में जप्ती की कार्यवाही की जाएगी।
जिला परिवहन अधिकारी की अपील
जिला परिवहन अधिकारी ने सभी शैक्षणिक संस्थानों के संचालकों और प्राइवेट यात्री बस ऑपरेटरों से अपील की है कि वे अपने वाहनों को सभी वैधानिक दस्तावेजों सहित ही सडक़ पर उतारें। उन्होंने कहा कि स्कूली बसों में बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है, इसलिए सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुरूप संपूर्ण मापदंडों की पूर्ति अनिवार्य रूप से की जाए। जिला परिवहन कार्यालय द्वारा यह भी बताया गया कि जांच अभियान निरंतर जारी रहेगा और भविष्य में नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों व ऑपरेटरों के विरुद्ध चालानी कार्रवाई एवं वाहन जब्ती जैसी सख्त कार्यवाही की जाएगी।
जागरूकता और जिम्मेदारी दोनों ज़रूरी
बच्चों की सुरक्षा के नाम पर चलने वाली बसों में यदि सुरक्षा के ही मानक अधूरे रह जाएँ, तो यह गंभीर चिंता का विषय है। परिवहन विभाग की यह कार्रवाई निश्चित ही एक सराहनीय कदम है जो न सिफऱ् लापरवाह स्कूल प्रशासन और ऑपरेटरों पर अंकुश लगाएगी, बल्कि आने वाले समय में सडक़ सुरक्षा मानकों के प्रति जि़म्मेदारी भी सुनिश्चित करेगी।

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