देवास में सायरन से बजेगा सतर्कता का संदेश, पुलिस ने शुरू की नई पहल

अमित बागलीकर
देवास । शहर में आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में प्रशासन ने एक अहम फैसला लिया है। अब पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर लगा सायरन बजेंगा, जो एक तरह से सुरक्षा की सतर्कता का प्रतीक होंगे। यह निर्णय जिला कलेक्टर ऋ तुराज सिंह के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत की अध्यक्षता में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद लिया गया।
जानकारी के अनुसार, इस योजना के तहत शहर में कुल 10 से 12 स्थानों पर विशेष सायरन लगाए जा रहे हैं। इसकी शुरुआत पुलिस अधीक्षक कार्यालय से की गई है, जहां पहला सायरन स्थापित किया गया और उसकी सफलता पूर्वक टेस्टिंग भी की जा रही है। इस टेस्टिंग के दौरान तकनीकी विशेषज्ञों और सुरक्षा अधिकारियों की मौजूदगी में यह परखा गया कि सायरन कितनी दूरी तक प्रभावी रूप से सुनाई देता है और इसके संचालन में कोई तकनीकी अड़चन तो नहीं है।
सायरन क्यों बजेंगे….?
यह कदम आंतरिक सुरक्षा को लेकर जन-जागरूकता बढ़ाने, आकस्मिक स्थिति में लोगों को सतर्क करने और सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। सायरन का बजना एक संकेत होगा कि सुरक्षा व्यवस्था चौकस है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने को तैयार है।
प्रशासन की मंशा और तैयारी
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयवीरसिंह भदोरिया ने बताया कि यह पहल न केवल सुरक्षा बलों की त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता को परखने में मदद करेगी, बल्कि आम नागरिकों में भी सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करेगी। उन्होंने कहा कि इस सायरन सिस्टम का उपयोग भविष्य में आपदा प्रबंधन, आगजनी, हिंसा अथवा किसी अन्य आपात स्थिति में अलर्ट जारी करने के लिए भी किया जा सकता है।
जनता को किया जाएगा जागरूक
प्रशासन ने यह भी निर्णय लिया है कि शहरवासियों को इस सायरन सिस्टम के बारे में पहले से जानकारी दी जाएगी, ताकि लोग भ्रमित न हों और किसी प्रकार की अफवाह न फैले। इसके लिए स्थानीय समाचार माध्यमों, सामाजिक संगठनों और नगर निगम के सहयोग से जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।
सायरन सिस्टम की विशेषताएं
यह सायरन उच्च ध्वनि क्षमता वाला होगा, जिसकी आवाज़ 1-2 किलोमीटर की परिधि में साफ-साफ सुनी जा सकेगी। जिसे कंट्रोल रूम से रिमोटली संचालित किया जा सकेगा। इसके साथ ही आपातकालीन स्थिति में यह तत्काल अलर्ट जारी करने की क्षमता रखता है।

