नदियों में दीप दान से घर में धन समृध्दि बनी रहती है-दीदी पुष्पांजली

देवास। परम पूज्य संत रावतपुरा सरकार के सानिध्य में चले रहे चातुर्मास व्रत अनुष्ठान के अन्तर्गत आनंद भवन पेलेस स्थल पर नर्मदा पुराण कथा के द्वितीय दिवस पर मानस पुत्री दीदी पुष्पांजली ने बताया कि बाणासुर ने नर्मदा जल में मिट्टी के शिवलिग बनाकर प्रवाहित किये उससे भगवान शिव प्रसन्न होकर प्रकट हुए और ओर बोले क्या चाहिए बाणासुर ने कहा मैंने जो शिवलिंग बनाकर अर्पण किया है वह सब प्रकट हो जायें। नर्मदा जी में वह शिवलिंग पत्थर कंकड नर्वदेश्वर रूप में प्रकट हो गए। जिस घर में भगवान नर्वदेश्वर है वह साक्षात शंकर जी का स्वरूप है उस घर में वास्तु दोष कभी हो ही नहीं सकता। मानस पुत्री दीदी ने कहा जिन परिवारों के बच्चे पढ़ने में कमजोर होते है उन बच्चों को 18 पुराणों के नाम कहलवाना चाहिये इससे उनकी बुध्दी तीव्र होगी। नदियों में दीपदान का अपना महत्व है दीपदान से मां बहुत प्रसन्न होती है तथा दीपदान करने से घर में धन व समृध्दि बनी रहती है, चुनरी भी मां को बड़ी प्रिय है आप नदियों की पूजा तो करके देखिये आप पर अनवरत कृपा होगी। नदियों से केवल फसल ही नहीं उपाजाई जाती बल्कि वे सभ्यता को जन्म देती है अपितु उनका लालन पोषण भी करती है इसलिए मनुष्य हमेशा नदी को देवी के रूप में देखता है हमारे अतीत में ऋषि, मुनियों ने इन नदियों के किनारे ज्ञान को प्राप्त किया। उन्होने कहा कि जिस तरह से आकाश में सप्त ऋषि है उसी प्रकार पृथ्वी लोक पर नदियों की कृपा हम पर होती है नदियों की स्वच्छता पर पूज्य दीदी ने कहा कि एक तरफ तो हम हम नदियों की आरती उतारते है वहीं दूसरी ओर गंदगी पैदा करते है कई प्रकार की सामग्रीयों का हम विसर्जन करते है नहाते समय शेम्पों साबुन आदि का प्रयोग करते है हमें नदीयों की स्वच्छता पर भी ध्यान देना चाहिये। स्कन्ध पुराण में वर्णन है महाराज दशरथ जी कह रहे है कि मुझे राम सरयू मैया के कारण मिले है, श्री वासुदेव जी कह रहे है कि मुझे कृष्ण यमुना मैया की कृपा से मिले, नंदी कहते है कि मुझे महादेव गंगा के कारण मिले ओर मारकंडे कहते है मुझे जीवन मिला है तो मां नर्मदा की कृपा से और आज अगर मैं भी यहां बेठी हूं तो नर्मदा मैया की कृपा से। उपरोक्त उद्गार कथा के दौरान मानस पुत्री दीदी पुष्पांजली ने व्यक्त किये। मंच संचालन सनातन धर्म अधिष्ठान के राष्ट्रीय प्रवक्ता भागवत शरण शास्त्री द्वारा किया गया । आज की आरती में स्वर्णकार समाज, जायसवाल समाज ओर कसेरा समाज के साथ ही वार्ड 35 की रहवासी उपस्थित रहें। आयोजक विधायक राजमाता गायत्री राजे पवार एवं महाराज विक्रमसिंह पवार ने शहर वासीयों से चातुर्माव व्रत अनुष्ठान में होने वाली प्रार्थना तथा नर्मदापुराण कथा श्रवण करने का आग्रह किया है।

