नवागत जिला पंचायत सीईओ के आते ही भ्रष्टाचारियों की कुर्सियां हिलने लगी
देवास- सामान्यतः तबादला होकर आए नए अधिकारियों को लेकर वर्षों से पैठ की सेटिंग जमाए पुराने अधिकारी बड़े हल्के में ले लेते हैं उन्हें पता होता है कि वह अपनी चाटुकारिता की चाशनी से नवागत श्रीमान को शीशे में उतार ही लेंगे लेकिन जब कभी कोई तेजतर्रार अधिकारी कुर्सी संभालता है तो फिर इन राज दरबारियों की शामत आ जाती है ऐसे ही कुछ हालात देवास जिला पंचायत कार्यालय के गलियारों में देखे जा रहे हैं ।
आपको बता दे की विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव के चलते प्रदेश भर में तबादलों का दौर जारी है इसी क्रम में देवास में भी तबादला का असर देखने को मिला जिसमें 3 वर्षों से अधिक समय से कुर्सी पर टिके अधिकारियों को मोह माया छोड़कर जाना ही पड़ा वहीं दूसरी ओर इस बार जिला पंचायत सीईओ की कमान 2019 बैच के युवा हिमांशु प्रजापति को सौंपी गई है लेकिन युवा शब्द को हल्के में लेने वालों को आज लेने के देने पड़े हुए हैं ऐसा सूत्रों के अनुसार विभागीय चर्चा में है।
आपको बताते चले की रतलाम जिले के जावरा के इस युवा शेर की दहाड़ से भली भति परिचित है बताया जा रहा है की हिमांशु प्रजापति जावरा में तेज तर्रार एसडीएम के रूप में काफी फेमस रहे हैं जहां लगातार 2 वर्ष तक उन्होंने भ्रष्टाचार की कमर तोड़ कर रखी थी अब वह अपना वही अंदाज देवास में भी आते ही बिखरने लगे हैं विभागीय सूत्रों के अनुसार नवागत जिला पंचायत सीईओ साहब एक्शन और तत्काल रिएक्शन पर विश्वास रखते हैं और उनकी यह खूबी जनता के बीच में जावरा में लोकप्रिय भी बनी हुई थी इस बात की खबर लगते ही विभागीय सेटिंग बाजो की रातों की नींद उड़ी हुई है जनता को टहला कर मोटी रकम वसूलने वाले यह विभागीय सेटिंग बाज अब खुद को भला बताने के लिए तरह-तरह के जतन करते नजर आने लगे हैं हालांकि यह शुरुआती दौर है जहां जनता का सीधा लाभ पहुंचता है लेकिन सवाल यह है कि क्या उनका यह जलवा देवास में बरकरार रहेगा या फिर देखने को मिलेगा वहीं दूसरी ओर यह जनप्रिय अंदाज भी राजनीतिक गलियारों की चौखट में दम तोड़ देगी।