पार्षद पर एफआइआर के बाद भडक़े साथी, आयुक्त से मिलेभगवती सराय मंदिर क्षतिग्रस्त करने के मामले में हुई थी एफआइआरएमआयसी सदस्य व भाजपा पार्षद ने महापौर पर आरोप

देवास। शहर में पुनर्घनत्वीकरण योजना के तहत हो रहे निर्माण कार्यों को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं। रविवार को भी इसी योजना के तहत हो रहे भगवती सराय के काम के दौरान मंदिर क्षतिग्रस्त होने की बात सामने आई थी। इस दौरान स्थानीय पार्षद और एमआयसी सदस्य रामदयाल यादव व एक अन्य व्यक्ति और समदडिय़ा कंस्ट्रक्शन के कर्मचारी के बीच विवाद हुआ था। दोनों ओर से एफआइआर होने के बाद सोमवार को भाजपा के आधा दर्जन से ज्यादा पार्षद आयुक्त से मिलने पहुंचे और समदडिय़ा कंस्ट्रक्शन के कामों को लेकर सवाल उठाए।
रविवार को हुए विवाद के बाद कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मचारी फरियादी अशोक श्रीवास्तव ने पार्षद एवं एमआयसी सदस्य राम यादव, उनके भाई प्रकाश यादव एवं अरविंद के खिलाफ मारपीट कर धौंस देने की धाराओं में केस दर्ज करवा दिया। पुलिस के अनुसार आरोपितों ने इंजीनियर प्रेम सिसौदिया, पोकलेन चालक और डंपर ड्रायवर से अभद्रता की थी। दूसरी तरफ प्रकरण दर्ज होने की जानकारी मिलते ही भाजपा के कई नेता और पार्षद भी थाने पहुंच गए और देर रात तक चली गहमागहमी के बाद ठेकेदार कंपनी के लिए कार्य कर रहे लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया। इस मामले में पार्षद सोनू परमार की शिकायत पर कंस्ट्रक्शन कंपनी के लिए कार्य कर रहे आरोपित प्रेम सिसौदिया, धनराज, प्रहलाद, राहुल के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया।
प्रकरण दर्ज होने के पूर्व थाने पर काफी देर तक गहमागहमी का माहौल रहा। देर रात सीएसपी दीशेष अग्रवाल कंस्ट्रक्शन साइट देखने के बाद थाने पर भी पहुंचे और पार्षदों से चर्चा की। रात को हुए घटनाक्रम के बाद सोमवार दोपहर भाजपा के कई पार्षद नगर निगम में एमआयसी सदस्य अजय तोमर के कक्ष में एकत्र हुए। यहां करीब एक घंटे से अधिक समय तक इनके बीच चर्चा चलती रही। बाद में सभी शिकायत लेकर नगर निगम आयुक्त रजनीश कसेरा के पास भी पहुंचे। पार्षदों का दल निगमायुक्त रजनीश कसेरा के पास पहुंचा। टेंडर नगर निगम द्वारा जारी किया गया था और समदडिय़ा कंस्ट्रक्शन इसे बना रहा है। पार्षद दल ने निगमायुक्त से चर्चा की और एफआइआर वापस लेने व निर्माण कार्य समयावधि में करने को लेकर मांग उठाई। पार्षदों ने निगमायुक्त से कहा कि समदडिय़ा से काम समयसीमा में पूरा करवाया जाए, ऐसा नहीं होने पर नियमानुसार कार्रवाई करने की मांग भी की गई है। चर्चा के दौरान पार्षदों ने निगम आयुक्त को कहा कि अगर संबंधित लोग उनके पार्षद से बदतमीजी करने के जब तक माफी नहीं मांगते उन्हें कार्य नहीं करने दिया जाएगा और आंदोलन करने की चेतावनी भी दी। इस संबंध में कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई।
चर्चा के दौरान पार्षद अजय तोमर ने आरोप लगाया कि साथी पार्षद पर राजनीतिक दबाव के चलते एफआइआर की गई है। उन्होंने कहा कि संबंधित कंस्ट्रक्शन कंपनी को 5 अक्टूबर 2023 को वर्कआर्डर दिए जाने की जानकारी मिली है। इसके अनुसार उन्हें वर्षाकाल सहित 24 माह में कार्य पूर्ण करना है। इस अवधि में कुछ ही माह शेष है और अभी तक एक भी काम पूरा नहीं हुआ है। वे इतने समय में कैसे काम पूरा करेंगे। मामले में पार्षदों से चर्चा के दौरान निगमायुक्त कसेरा ने इंजीनियर जेपी वर्मा को कार्यालय में बुलाया और संबंधित को तलब करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।
