पी.एम. पोषण आहार संचालन की नवीन टेण्डर व्यवस्था स्थगित किए जाने की मांग, महिला रसोइया समूह महासंघ ने जिला कलेक्टर एवं जिपं सीईओ को सौंपा ज्ञापन

देवास। जिले की नगर पंचायतो में नवीन टेंडर व्यवस्था को स्थगित किए जाने की मांग को लेकर महिला रसोइया समूह महासंघ (सांझा चूल्हा एवं मध्यान्ह भोजन संघ) ने देवास जिलाध्यक्ष ज्योति अर्जुन बैरागी के नेतृत्व में जिला कलेक्टर एवं जिला पंचायत देवास के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के नाम आवेदन दिया। श्रीमती बैरागी ने आवेदन में बताया कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित पी.एम पोषण आहार (मध्याह्न भोजन) एवं सांझा चूल्हा योजना अंतर्गत स्कूल एंव आंगनवाड़ियों में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा संचालन का कार्य किया जाता है। लेकिन दिनांक 05/12/2024 को कार्यालय जिला पंचायत देवास द्वारा अखबार में निकाली निविदा सूचना अनुसार महिला स्वंय सहायता समूहों के साथ-साथ अन्य ऐजेंसियों को पी.एम. पोषण आहार संचालन करने के लिये आमंत्रित किया गया है, जो कि महिला समूह के साथ अन्याय है। क्योंकि निविदा में जो शर्ते 2,00,000/- दो लाख रूपए की डिमांड ड्राफ्ट की मांग की हैं, जिससे छोटे स्वयं सहायता समुह पूरी नहीं कर सकतें, जो मजदुरी कर अपना व अपने परिवार का लालन-पालन करती है। और इस कार्य को अन्य ऐजेंसीयां टेंडर के माध्यम से हेण्डओवर कर संचालन करेगी तो इस योजना का लाभ स्वयं सहायता के बजाय अन्य लोगो को मिलेगा व जो गरीब महिला स्वयं सहायता में अपना योगदान दे रही हैं वह बेरोजगार हो जायेगी और सरकार की जो मंशा हैं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का सपना अधूरा रह जायेगा। महासंघ ने मांग की है कि शीघ्र ही जिले की नगर पंचायतो में नवीन टेंडर व्यवस्था को स्थगित किया जाकर इस व्यवस्था पर एक बार पुन: विचार किया जाए। अन्यथा जिलेभर की महिला रसोइयों द्वारा आंदोलन किया जाएगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।

