देवास। कृष्णाजीराव पवार महाविद्यालय में दिनांक 13/3/2019 को दोपहर 11 से 2 बजे के मध्य बी ए द्वितीय वर्ष की राजनीति विज्ञान के प्रथम प्रश्न पत्र परीक्षा में दिलवर सिंह के नाम से परीक्षा देने वाले आरोपी नरेंद्र सिंह राजपूत व दिलवर सिह के विरुद्ध तृतीय सत्र न्यायालय में सत्र प्रकरण क्रं. 62/2023 अपराध धारा 419, 420, 465, 468, 471 भारतीय दण्ड संहिता व मप्र मान्यता प्राप्त परीक्षा अधि. 1937 की धारा 4 सह पठित धारा 3- घ के अन्तर्गत प्रकरण का विचारण पूर्ण होकर दिनाक 16/7/2024 को माननीय तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश राजेन्द्र कुमार पाटीदार के न्यायालय ने पुलिस थाना नाहर दरवाजा के अपराध क्र 72/2023 म प्र शासन ङ्क नरेन्द्र सिंह व दिलवर सिंह के प्रकरण मै शासन की ओर से प्रस्तुत समस्त साक्षीयो के कथनो व दस्तावेज से प्राप्त साक्ष्य का मुल्याकन कर अपना निर्णय खुले न्यायालय मै सुनाते हुऐ आरोपी नरेन्द्र सिंह को दोषी पाया गया। उसे धारा 419 में 3 वर्ष का सश्रम कारावास 2000/- अर्थ दण्ड, धारा 420 में 4 वर्ष का सश्रम कारावास 2000/- अर्थ दण्ड, धारा 465 में 2 वर्ष का सश्रम कारावास 2000/- अर्थदण्ड, धारा 468 में 4 वर्ष का सश्रम कारावास 2000/- अर्थदण्ड, धारा 471 के अपराध में 2 वर्ष का सश्रम कारावास 2000/- अर्थ दण्ड मप्र मान्यता प्राप्त परिक्षा अधि. 1937 की धारा 4 सह पठित धारा 3- घ में 2 वर्ष का सश्रम कारावास 1000/- अर्थदण्ड आरोपी को दी गई। सभी सजायें साथ-साथ भुगतायी जायेगी । आरोपी दिलवर सिंह साक्ष्य के अभाव में दोषमुक्त घोषित किया गया। शासन की ओर से प्रकरण में सफल अभियोजन अतिरिक्त लोक अभियोजक मनोज श्रीवास (शासकीय अभिभाषक) ने किया।
रेलवे स्टेशन शिव मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन सुलभ करने रेल मंत्री के नाम हिंदू संगठनों में दिया ज्ञापन, विकास के नाम पर शिव मंदिर को ढंका दीवारों से ताकि श्रद्धालु पूजा पाठ न कर सके