भागवत कथा कराने व श्रवण करने वाला भाग्यशाली होता है- नारायण प्रसाद ओझा

देवास। मधुबन कॉलोनी मक्सी रोड स्थित है नर्मदेश्वर महादेव मंदिर परिसर में चल रही श्रीमद भागवत कथा के दौरान भागवत भूषण संत श्री नारायण प्रसाद ओझा का मां चामुंडा सेवा समिति द्वारा समाजसेवी रामेश्वर जलोदिया, नरेंद्र मिश्रा, नारायण व्यास, सुशील शिंदे द्वारा मां की चुन्नी, पगड़ी, शाल,श्रीफल पुष्पमालाओं से आत्मीय स्वागत किया गया। भागवत भूषण संत श्री ओझा ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन करने वाला व श्रवण करने वाला भाग्यशाली होता है। परमात्मा की कृपा से ही कथा आयोजन व श्रवण करने का सौभाग्य मिलता है। सेवा करने वालों का सदैव सम्मान करना चाहिए। सेवा का अवसर हर किसी को नहीं मिलता। उन्होंने आगे कहा कि अगर राजा धार्मिक हो तो प्रजा धार्मिक हो जाएगी और राजा अगर राक्षसी प्रवृत्ति का होगा तो प्रजा भी राक्षसी होगी। यथा राजा तथा प्रजा। इसलिए राजा को धार्मिक होना जरूरी होता है। तो प्रजा का संतुलन बना रहता है। आज हर घर के लोग शांति चाहते हैं। शांति के लिए इतनी बंदूक, एटम बम कितनी व्यवस्था की जा रही है। लेकिन इसके बाद भी अशांति है। शांति इसलिए नहीं है कि वह धर्म का पालन करना ही नहीं चाहते। धर्म को मानने को तैयार नहीं है। डंडे से शांति चाहते हैं, लेकिन प्रेम से शांति कोई चाहता ही नहीं है। विश्व में देश में शांति चाहिए तो धर्म का पालन करना चाहिए। लेकिन धर्म में राजनीति नहीं होना चाहिए। राजनीति में धर्म होना चाहिए। अगर दंगों से मुक्त करना है मानव को। तो धर्म के पथ पर चलना होगा। इस दौरान मैंने लाखों के बोल सहे सांवरिया तेरे लिए भक्ति गीत की सुमधुर प्रस्तुति पर श्रद्धालु झूम उठे। आयोजक मंडल के मनोहर सिंह फौजी, रामेश्वर जलोदिया नारायण व्यास नरेंद्र मिश्रा,राधेश्याम बोडाना, सुशील शिंदे,अजब सिंह ठाकुर,हेमंत शर्मा, सहित धर्म प्रेमियों ने व्यासपीठ की पूजा अर्चना कर महाआरती की। सैकड़ो धर्म प्रेमियों ने कथा श्रवण कर धर्म लाभ लिया।




