भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने जलाया शिक्षा मंत्री का पुतला

देवास:- के पी कॉलेज के गेट पर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के जिलाध्यक्ष हर्षप्रताप सिंह गौड़ के नेतृत्व में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव का पुतला जलाया। छात्र नेता विनोद राठौर पोलाय ने बताया कि डॉ मोहन यादव के द्वारा रविवार को उज्जैन के नागदा में कारसेवक सम्मान समारोह में अपने भाषण के दौरान माता सीता के त्याग व मर्यादा की तुलना तलाक व आत्महत्या से की वह घोर निंदनीय है। अगर हमारे प्रदेश का उच्च शिक्षा मंत्री ही अज्ञानी हो तो ऐसा होना स्वभाविक सी बात है। हमारे प्रदेश के शिक्षा मंत्री ने शायद रामायण और महाभारत पढ़ी नहीं है इसी वजह से वह इस प्रकार के शब्द का प्रयोग कर रहे हैं। जब धर्म का ज्ञान ना हो, मर्यादा का ज्ञान ना, हो ना शर्म,ना लिहाज हो और ना ही इस देश के सबसे विशाल हिंदू समुदाय की भावना का ख्याल हो , तब मुह से ऐसे ही शब्द निकलते जैसे कि मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री और भाजपा नेता डॉक्टर मोहन यादव के मुंह से निकले मोहन यादव ने माता सीता के वनवास निवास को तलाकशुदा जीवन बताया और जगत जननी माता सीता का अपनी मां धरती के गोद में समाने को आत्महत्या बताया। जिन मनमोहन यादव को भारतीय धर्म का ज्ञान नहीं है जिन्हें रामायण मर्म और धर्म का ज्ञान नहीं है वहां प्रदेश की शिक्षा संभाल रहे इससे बड़ी हमारे लिए दुर्भाग्य की क्या बात हो सकती है। सीता माता के वन में निवास को तलाक और धरती में समाने को आत्महत्या कह रहे हैं। इसके विरोध में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा पुतला जलाया गया। विरोध के माध्यम से कार्यकर्ता मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री को पद से हटाने की मांग कर रहे हैं जिस शिक्षा मंत्री को हिंदू धर्म का ज्ञान नहीं उसे शिक्षा मंत्री रहने का कोई अधिकार नहीं। इस अवसर पर आरटीआई विभाग जिला अध्यक्ष यशवंत कुशवाहा, विनोद क्लेशरिया आदि उपस्थित थे।

