मुक्तिधाम पर गीली लकड़ी होने से परिजन मजबूरन केरोसिन, कपूर से कर रहे हैं दाह संस्कार, डेड बॉडी रखने के फ्रीजर भी पड़े हैं महीनों से खराब
देवास। नगर का मुख्य मुक्तिधाम अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। डेड बॉडी रखने के तीन फ्रीजर है, तीनों ही अस्त-व्यस्त एवं खराब पड़े हुए हैं। किसी का कांच फूटा है तो किसी में कूलिंग नहीं हो पा रही है। अधिकतर समय गीली लकड़ी होने के कारण परिवारजन दाह संस्कार में केरोसिन, कपूर और शकर का उपयोग करने पर मजबूर है। दाह संस्कार उपयोग में आने वाली अधिकतर सामग्री भी मुक्तिधाम में नहीं मिलती है। जिसे परिवारजन को बाहर से लाना पड़ती है। इसको लेकर नगर जनहित सुरक्षा समिति द्वारा मुक्तिधाम का निरीक्षण किया गया। समिति के अनिलसिंह बैस ने बताया कि पहले यह कार्य मुक्तिधाम समिति करती थी। बाद में वरिष्ठ नागरिक संस्था की देखरेख में काम होता था, लेकिन अब यह कार्य नगर निगम के जिम्मे है। नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा दाह संस्कार करने आने वाले परिवारजनों को भुगतना पड़ रहा है। मुक्तिधाम की व्यवस्थाओं को कोई देखने वाला नहीं है। समिति के अनिलसिंह बैस, विनोदसिंह गौड़, सुनीलसिंह ठाकुर, सुभाष वर्मा, सुरेश रायकवार, रवि सोनी, राकेश चौहान, अनूप दुबे, उमेश राय सहित समिति पदाधिकारियों व सदस्यों ने नगर के मुख्य मुक्तिधाम की व्यवस्थाओं को शीघ्र दुरुस्त करने की निगम कमिश्नर से मांग की है।