गीता जीवन के हर पहलू पर ज्ञान प्रदान करती है और व्यक्ति को एक सफल जीवन जीने में मदद करती हैं- मंजू दीदी

देवास। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय राजयोग अनुभूति केंद्र मोती बंगला, देवास द्वारा मोती बंगलासेवा केंद्र पर बिलासपुर से पधारी वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी ने 18 अप्रैल को भगवत गीता पर व्याख्यान दिया। दीदी ने बताया कि गीता का सार ज्ञान योग, कर्म योग और भक्ति योग के माध्यम से परमात्मा के ज्ञान, आत्मा के ज्ञान और सृष्टि के ज्ञान को स्पष्ट करना है। यह चरित्र निर्माण का उत्तम शास्त्र है जो कर्म करने और संसार में रहने का उपदेश देता है। गीता का उद्देश्य है कि व्यक्ति को अपने कर्म पर ध्यान लगाना चाहिए, न कि फल की चिंता करनी चाहिए। गीता आत्मा के ज्ञान को भी स्पष्ट करती है और बताती है कि आत्मा अविनाशी है और एक शरीर से दूसरे शरीर में भ्रमण करती रहती है, गीता का सार यह है कि व्यक्ति को अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए, अच्छे कर्म करने चाहिए और भगवान का स्मरण करना चाहिए। गीता जीवन के हर पहलू पर ज्ञान प्रदान करती है और व्यक्ति को एक सफल जीवन जीने में मदद करती हैं। मोती बंगला सेवा केंद्र प्रभारी बी.के. भगवती ने बताया कि 19 अप्रैल, मोती बंगला सेवा केंद्र पर शनिवार से निशुल्क साप्ताहिक कोर्स का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें नगर के प्रबुद्ध जन साप्ताहिक कोर्स का लाभ ले सकते हैं। साप्ताहिक कोर्स मंजू दीदी के द्वारा कराया जाएगा।
