राज राजेश्वर भगवान परशुराम जी की भव्य शोभायात्रा आज देवास में निकलेगी, धार्मिक उत्साह और सनातन संस्कृति के गर्व का प्रतीक बनेगा देवास नगर

देवास। देवभूमि देवास आज एक बार फिर धार्मिक उल्लास, आध्यात्मिक चेतना और सनातन संस्कृति की गौरवगाथा का साक्षी बनने जा रही है। ब्राह्मण समाज के आराध्य, क्षात्रधर्म के प्रणेता और धर्मसंस्थापक राज राजेश्वर भगवान परशुराम जी के पावन प्राकट्य महोत्सव पर आज नगर में भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया जा रहा है। यह परंपरागत शौर्य यात्रा अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ, देवास के तत्वावधान में आयोजित की जा रही है। आयोजन की कमान महासंघ अध्यक्ष पं. दिनेश मिश्रा के नेतृत्व में सुसज्जित की गई है।

परंपरा, एकता और संस्कृति का संदेश
ब्राह्मण युवा संघ जिला अध्यक्ष पं. अजय पांडे (छोटू) एवं नगर अध्यक्ष पं. विमल शर्मा ने जानकारी दी कि भगवान परशुराम जी की यह यात्रा समाज की सांस्कृतिक एकता, गौरवशाली परंपरा और सनातन मूल्यों को जागृत करने का संदेश देती है। यात्रा में नगर की सहभागिता अत्यंत उत्साहजनक रूप से देखी जा रही है।
झांकियों और भजनों से सजेगा नगर
शोभायात्रा में विशेष रूप से निर्मित आकर्षक झांकियाँ नगरवासियों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगी। यज्ञ कर रहे सप्त ऋषियों की दिव्य झांकी तथा भगवान श्रीकृष्ण को सुदर्शन चक्र समर्पित करते भगवान परशुराम जी की भव्य झांकी श्रद्धालुओं को धर्म और शौर्य का अद्वितीय संगम दिखाएगी। ढोल-नगाड़ों, शंख ध्वनि और जय घोष से वातावरण गूंजायमान रहेगा। भजन मंडलियों द्वारा प्रस्तुत मधुर भजनों की स्वर लहरियाँ यात्रा को भक्तिमय रंग में रंग देंगी।
यात्रा का मार्ग और समय
यह आध्यात्मिक शोभायात्रा आज 4 मई, बुधवार को सायं 5.30 बजे सयाजी द्वार से आरंभ होगी। यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों एमजी रोड, नावेल्टी चौराहा, सुभाष चौक, गांजा भांग चौराहा, जनता बैंक चौराहा से होती हुई लक्ष्मीनारायण अग्रवाल धर्मशाला पहुंचेगी, जहां सहभोज के साथ इसका भव्य समापन होगा।
समाजजनों से व्यापक सहभागिता की अपील
ब्राह्मण महासंघ अध्यक्ष पं. दिनेश मिश्रा ने समस्त समाजजनों और नगरवासियों से इस पुण्य अवसर पर अधिकाधिक संख्या में उपस्थित होकर भगवान परशुराम जी के जीवन दर्शन, आदर्शों और शौर्य से प्रेरणा लेने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन केवल धार्मिक आस्था नहीं, बल्कि सामाजिक जागरण, एकता और संस्कृति का उत्सव भी है। उक्त जानकारी ब्राह्मण समाज के सक्रिय कार्यकर्ता पं. कपिल व्यास द्वारा दी गई।

