
देवास। टोंकखुर्द तहसील के ग्राम निपानिया में स्थित शासकीय तालाब गौचर की भूमि से अतिक्रमण हटाए जाने की मांग को लेकर ग्रामीणजन मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर के समक्ष आवेदन लेकर पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में सर्वे नं. 181 व 182 पर शासकीय तालाब बना है। जिसमें अवैध कुओं का निर्माण भी किया गया है व ट्यूबवेल भी लगाया गया है। जिस पर आसपास के किसानों मंदरूप पिता दोला जी व रणबहादुर पिता बंशीलाल, रागखिलाड़ी पिता कालुराम, जितेन्द्र पिता प्रहलाद, राजेन्द्र पिता नारायण, प्रकाश पिता हिरा जी. किशोर पिता धुल जी, कमल पिता छगनलाल द्वारा तालाब की पाल तोडक़र तालाब पर अतिक्रमण किया जा रहा है। तालाब के आसपास अतिक्रमण होने से आम जनता को पशुओं को पानी पिलाने में बहुत परेशानी हो रही है। जब तालाब भूमि गोचर वाली है। ग्राम निपानिया में किसी भी किसान को मिट्टी की आवश्यकता होती है तो वह भी तालाब से किसी को मिट्टी नहीं निकालने देते है। पूर्व में भी ग्राम पंचायत में तहसीलदार को आवेदन किया गया, जिसमें अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। 26/09/2024 के दिन मंदरूप पिता दोला जी व रणबहादुर पिता बंशीलाल पिता दोला जी, सोनू पिता मंदरूप, कपील पिता मंदरूप, सतीश पिता मंदरूप शासकीय तालाब की पाल को तोडकर तालाब का पानी निकाल रहे थे। पाल पर ग्रामवासी और ग्राम पंचायत हरनावदा के उपसरपंच के मना करने गये तो इनके द्वारा ग्रामवासी को धमकाया गया और कहा कि जान से मारने की धमकी दी। दिनांक 27.09.2024 को उपसरपंच और उसके परिवार के साथ झगड़ा किया गया, जिसकी रिपोर्ट टोंकखुर्द थाने में की गई है। श्रीराम मंदिर का खेत जिसका सर्वे नं. 182 का रास्ता तालाब की पाल पर से होकर जाता है, जिस पर भी इनके द्वारा रास्ते पर खोद कर फसल बोदी गई। श्रीराम मंदिर के खेत पर कृषि कार्य करने वाले किसान को खेती करने नहीं दी जा रही है। ग्रामीणजनों ने मांग की है कि अतिक्रमणकारियों पर कार्यवाही की जाकर तालाब को अतिक्रमणमुक्त किया जाए। इस दौरान विक्रम सिंह, भारत सिंह, संजय सिंह, हिम्मत गोस्वामी सरपंच, उपसरपंच गोपाल सिंह सेंधव, आत्माराम प्रजापत, डकेसिंह, केवट सिंह, संग्राम सिंह, उदय सिंह आदि ग्रामीणजन उपस्थित थे।


