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श्रम गोष्ठी का आयोजन कर इंटक ने मध्य क्षेत्र में 78वां स्थापना दिवस, श्रम विरोधी चार श्रम संहिताएं वापस लेते हुए पूर्व की संहिताएं बहाल की जाए

देवास। भारतीय मजदूर कांग्रेस इंटक मध्य क्षेत्र में 78वांं स्थापना दिवस श्रम शिविर में मनाया गया। इस अवसर पर मप्र इंटक अध्यक्ष श्याम सुंदर यादव की अध्यक्षता में श्रम गोष्ठी का आयोजन हुआ। केन्द्र व राज्य सरकारों को मजदूर, किसान एवं जनविरोधी नीतियों के विरोध में केन्द्रीय श्रम संगठनों ने 20 मई को होने वाले राष्ट्रव्यापी आंदोलन को सफल बनाने का आव्हान किया। श्री यादव ने कहा कि सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए चार श्रम संहिताओं को लागू करने का प्रयास कर रही है। जिसमें मजदूरों को टे्रड यूनियन बनाने का अधिकार सामूहिक सौदेबाजी का अधिकार, ज्ञापन देना, हडताल का अधिकारी, जुलूस प्रदर्शन का अधिकार समाप्त किए जा रहे है।  श्रम विरोधी चार श्रम संहिताएं वापस लेते हुए पूर्व की संहिताएं ही बहाल की जाए। न्यूनतम वेतन का रिविजन 10 वर्षो बाद हुआ। अप्रैल 2024 से श्रमिकों के वेतन में 85 रूपए प्रतिदिन की वृद्धि हुई थी। जिसमें औद्योगिक संगठनों ने मप्र उच्च न्यायालय पिटिशन दायर की थी जो खारिज हो चुकी है। मप्र श्रम आयुक्त के आदेश किए जाने के बावजूद श्रमिकों केा 2024 से एरियर सहित भुगतान नही किया जा रहा है। अत: एरियर सहित भुगतान किया जाए। किसान विरोधी कानून को निरस्त किया जाए। सभी अनौपचारिक क्षेत्र के कामगारों के लिए सार्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा की जाए। आंगनवाी आशा, उषा, मध्यान्ह भोजन और अन्य योजना कार्यकर्ताओं के लिए न्यूनतम वेतन और सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाए। ठेका मजदूर योजना कर्मियों को नियमित किया जाए। श्रम कल्याण मंडल अन्य श्रमिकों के कल्याण के लिए बनाए मण्डलों में सभी ट्रेड यूनियनों प्रतिनिधित्व किया जाए। वर्ष 2025-26 का आम बजट आमजन एवं मजदूर किसान विरोधी है, इनके कल्याण की योजनाओं हेतु बजट में पर्याप्त वृद्धि की जाए। मप्र विद्युत वितरण कम्पनी द्वारा स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे है। जिसकी कीमत 25 हजार रूपए उपभोक्ताओं से वसूल की जा रही है। जिसमं हजारों की संख्या में मीटर रीडर बेरोजगार हो रहे है, इस पर तुरंत रोक लगाई जाए। भगतसिंह कोशियारी समिति की सिफारिश के अनुसार इपीएफ पेंशन न्यूनतम 7 हजार प्रतिमाह दी जाए, इसमें परिवर्तनशील महंगाई भत्ता भी जोडा जाए। उक्त श्रम गोष्ठी के आयोजन में मुख्य रूप से रमाशंकर कपूर, सुरेश मींडा, इंदौर मिल संगठन अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पाठक, हरनाम सिंह धारीवाल, देवीसिंह सेंगर, सुशीला यादव, देवास के प्रांतीय संगठन मंत्री लाखन सिंह ठाकुर, मुनीश कुमार नामदेवी, शंकरलाल चौधरी, वरिष्ठ श्रमिक नेता मकसूद पठान, इंजीनियरिंग मजदूर संघ जिलाध्यक्ष कैलाश वर्मा (फेडरेशन), प्रवीण उगडे, पंजाबराव काले आदि पदाधिकारी उपस्थित थे। साथ ही अखिल भारतीय संगठन मंत्री लक्ष्मीनारायण पाण्डे ने कहा कि देवास में इंटक से मिलते-जुलते नामों का उपयोग कर अनाधिकृत रूप से संचालित की जा रही है जो कि पूर्णत: गलत है। शीघ्र बावत अनुशात्मक कार्यवाही की जाएगी।

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