जंबू स्वामीजी की नाटिका में बना संयम जीवन का अद्वितीय माहौल34 कलाकारों की भव्य अदाकारी ने दर्शकों दिल जीत लिया

देवास। श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर तुकोगंज रोड पर जैन जगत के अद्वितीय प्रेरणा पुरुष जंबू स्वामीजी के जीवन चारित्र पर आधारित रंगारंग नृत्य नाटिका का मनभावन अभिनव मंचन हुआ। इसमें देवास नगर में बड़ी संख्या में दीक्षा का अद्वितीय एवं अविस्मरणीय माहौल बना। साध्वीजी श्री शुभवर्धना श्रीजी के सानिध्य एवं मार्गदर्शन से सुसज्जित इस नाटिका में मंदिर समाज के ही 34 कलाकारों ने अपनी भाव भरी अदाकारी प्रस्तुत की। इस अवसर पर सैकड़ों दर्शकों ने इस भाव विभोर करने वाली नृत्य नाटिका का आनंद लिया। कलाकारों ने अपने अभिनय से सभी दर्शकों का दिल जीत लिया। दीक्षा संयम का एक अभूतपूर्व मंचन देवास में पहली बार हुआ। ऐसा लगा मानो यहां पर 527 दीक्षार्थी दीक्षा ले रहे हैं। नाटिका के अंतर्गत जैन जगत के अद्वितीय प्रेरणा पुरूष जंबु स्वामी जी के जीवन को प्रदर्शित किया गया। जिसमें अपने विवाह की रात में जंबु स्वामी ने अपनी आठ पत्नियों को स्वयं के साथ संयम दीक्षा मार्ग की ओर जाने के लिए प्रेरित किया। इनका इतना महान त्याग देखकर इनके माता पिता ने भी संयम मार्ग की ओर कदम बढ़ाया। संयोगवश इसी रात चोरी की नियत से आने वाले प्रभव चोर ने भी इस परिवार के संयम से प्रेरित होकर अपने 500 चोर साथियों के साथ संयम मार्ग ग्रहण किया इस प्रकार 527 दीक्षार्थियों ने संयम जीवन प्राप्त कर मोक्ष मार्ग की ओर कदम आगे बढ़ाया। प्रवक्ता विजय जैन ने बताया कि इस दीक्षा समारोह के अंतर्गत निकलने वाले वरघोड़े में सभी ने वर्षीदान के उपहार दर्शकों को लुटाए एवं वितरित किए । जंबु स्वामी का किरदार पूर्णिमा जैन, इनके माता पिता का किरदार सिद्धि चौधरी एवं प्रिया सेठिया ने निभाया। प्रभव चोर की भूमिका प्रफुल्ल जैन ने निभाई। चुलबुली सूत्रधार आर्या जैन एवं चार्मी जैन थी। इनके अतिरिक्त 34 कलाकारों ने जोरदार प्रस्तुति दी। अद्भुत ऑडियो इफेक्ट के साथ यह रंगारंग नाटिका अमित जैन मामा द्वारा तैयार की गई। ट्रस्ट मंडल ने सभी का आभार व्यक्त किया।
