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20 लाख की लागत से नगर निगम में तीन फायर फाइटर बाइक खा रही धूल अधिकारी बोले काम की नहीं

अमित बागलीकर
देवास। नगर निगम ने करीब 20 लाख की लागत से तीन फायर फाइटर बाइक खरीदी थी। बताया था कि इनसे शहर के अंदरुनी इलाकों और तंग गलियों में आग पर तत्काल काबू पाया जा सकेगा। लेकिन कई वर्ष बीतने के बाद भी लाखों की बाइक्स धूल ही खा रही है। जबकि शहर में तब से लेकर आज तक कई आग की घटनाएं हो गई है और फायर ब्रिगेड के देरी से पहुंचने पर बड़ा नुकसान भी हुआ है। अगस्त 2016 में ली गई तीनों फायर फाइटर बाइक्स में से दो फाईटर बाईक्स मछली मार्केट स्थित फायर स्टेशन के पिछले हिस्से में बने एक कमरे में रखी हुई है तो वही दूसरी और एक फाईटर बाईक्स औघोगिक क्षैत्र के फायर स्टेशन पर खड़े-खड़े धूल खा रही है। रखरखाव की बात करें तो एक बाइक के पाइप के ऊपर का रबर निकलने लगा है। साथ ही टायर भी सडऩे की कगार पर हो गये है। जब हमारे प्रतिनधिी ने फायर स्टेशन पर डयृटी दे रहे कर्मचारी से पुछा तो उनका कहना था कि यह रखे रखे ही भंगार हो रही है और इसकी चाबी भी हमारे पास नही है।
औघोगिक क्षैत्र के फायर स्टेशन पर फायर फाइटर बाइक के एक दमकल कर्मी ने बताया कि आग बुझाने के लिए पानी की टंकी का स्टोरेज क्षमता केवल 40 लीटर है यह बाइक शहरी क्षेत्र में लगने वाली आग बुझाने में उपयोगी नहीं होती है क्योंकि दुकान या मकान में आग लगने पर ज्यादा पानी की आवश्यकता पड़ती है हालांकि बाइक में पानी का स्टोरेज कम होने की समस्या बोला जा सकता है लेकिन देवास में आग बुझाने के लिए लाखों रुपए खर्च कर फायर बाइक खरीदी गई थी क्योंकि शहर की की तंग गलियों में आग लगने पर फायर फाइटर को पहुंचने में मुश्किल होती थी लेकिन बाइक का इस्तेमाल लेने के बाद शायद ही आज तक हुआ होगा इसका बेहतर उपयोग भी नहीं किया गया हालांकि फाइटर बाइक में पानी का स्टोरेज कम होने की समस्या बोला जा सकता है इसके बावजूद फायर बाइक ने कई जगह शीघ्रता से पहुंच कर आग पर काबू पाया जा सकता है शहर में 45 वार्डों में अगर कहीं भी आग लगने की घटना होती है तो तंग गलियों में इसका उपयोग निगम द्वारा क्यों नहीं किया जाता यह एक बड़ा सवाल बनकर सामने खड़ा हुआ है लाखों रुपए इस खर्च कर निगम द्वारा फायर फाइटर बाइक खरीदी थी शायद ही आज तक कही पर आग की घटना में आग को बुझाते नजर आई होगी हालांकि अब वह धूल खा रही है ।

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