रजत मोदक समकित सामूहिक सामायिक संपन्न सामायिक मोक्ष प्राप्ति का अमोघ साधन है – शुभवर्धनाजी
देवास। श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर तुकोगंज रोड पर साध्वीजी शुभवर्धना श्रीजी आदि ठाणा 3 के सानिध्य में ऐतिहासिक रजत मोदक समकित सामूहिक सामायिक का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। समकित प्राप्ति के इस स्वर्ण अवसर पर सैकड़ो समाजजनों महिला पुरुष एवं बच्चों ने सामायिक व्रत धारण करके 48 मिनट के लिए साधु जीवन का परिपालन एवं रसास्वादन किया। पुरुष वर्ग सफेद एवं महिलाओं ने केशरिया परिधान धारण करके आयोजन में हिस्सा लिया। पुनिया श्रावक बनकर सामायिक ग्रहण करवाने का लाभ सजनबाई अमोलकचंद जैन मामाजी परिवार ने प्राप्त किया। आयोजन के तहत रजत की गिन्नी युक्त मोदक की प्रभावना का वितरण किया गया। वितरण करने का लाभ अजयकुमार धर्मेंद्रकुमार मुणत ने लिया। इस अवसर पर साधारण खाता में बढ़ोतरी के लिए समाजजनों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। विशाल धर्म सभा को उपदेशित करते हुए साध्वीजी ने कहा कि पुनिया श्रावक एवं समता श्राविका ने प्रभु महावीर का उपदेश सुनकर अपनी अपार धन संपत्ति को दान में देकर आजीवन सामायिक व्रत का पूर्ण तल्लीनता एवं कठोरता के साथ पालन किया। श्रेणिक महाराजा में भी उनकी एक सामायिक का लाभ खरीदने का सामर्थ नहीं था। इतनी सुविशुद्ध सामायिक करके पुनिया श्रावक ने मुक्तिपथ को आत्मसात किया । सामायिक मोक्ष प्राप्ति का अमोघ साधन है। हमें भी ऐसी ही शुद्ध सामायिक करके प्रभु का प्रिय पात्र बनते हुए मोक्ष पद को प्राप्त करना है । प्रवक्ता विजय जैन ने बताया कि पूज्यश्री के प्रवचन प्रतिदिन सुबह 9.15 से 10.15 बजे तक चल रहे हैं । साथ ही साथ 20 दिवसीय पार्श्व गणधर तप की तपस्या भी बड़ी संख्या में तपस्वी कर रहे हैं।