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जमीन बंदोबस्त निरस्त की मांग को लेकर बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे ग्रामीण, पांच वर्ष पूर्व हुए बंदोबस्त में हुई कई त्रुटियां, आए दिन हो रहे विवाद

देवास। जमीन बंदोबस्त निरस्त किए जाने की मांग को लेकर  हाटपीपल्या तहसील ग्राम नेवरी के ग्रामीणजन बडी संख्या में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और नारेबाजी करते हुए कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणजनों ने अपनी समस्या में बताया कि ग्राम नेवरी प.ह.न. 06 तहसील हाटपीपल्या जिला देवास का बंदोबस्त सहायक प्रदोबस्त अधिकारी रविन्द्र सिंह कटियार द्वारा वर्ष 2015-2016 में बदोबस्त का कार्य प्रारंभ किया गया और वर्ष 2019-2020 में समाप्त किया गया। बदोबस्त में की गई कार्यवाही का रिकार्ड वर्ष 2020-2021 में अमल किया गया था तथा बंदोबस्त के पुर्व ग्राम नेवरी का नक्शा नहीं था। बाद में नक्शा अपलोड हुआ तो उस आधार पर जिन-जिन व्यक्तियों द्वारा अपनी भूमि का सीमाकंन करवाया गया तो नक्शो की त्रुटी रही तथा बंदोबस्त के दौरान शासकीय भूमि को निजी भूमि किया गया और निजी भूमि का नक्शा त्रुटी पुर्ण बनाया गया। उक्त त्रुटी पुरे गाँव के नक्शो में है तथा सभी किसान परेशान है। जो भी भूमि पहले शासकीय थी उस निजी करके मनमाने तरीके से नक्शो की आकृति बनाई गई। लगता है पूर्व संबंधित अधिकारी द्वारा मौके पर नहीं जाकर आफिस व घर में बैठकर नक्शा बनाया गया। गाँव के लोगों व चौकीदार को साथ में लेकर नक्शा तैयार नही किया गया। जिससे पूरे गाँव के नक्शों में त्रुटीकारित की गई एवं इस कारण पूरे गाँव के लोगों में विवाद की स्थिति बन रही। बंदोबस्त त्रुटीपुर्ण हुआ है, जिसे पुन: सभी जानकारी निर्मित स्थितियों एवं नक्शों में सुधार किया जाये। उक्त बंदोबस्त अधिकारी द्वारा गाँव चापडा व भौंरासा बंदोबस्त भी तैयारा किया गया था। उसमें भी गंभीर त्रुटी की गई थी। बाद में इन गांवो का बंदोबस्त निरस्त किया गया। यह कि उक्त बंदोस्त कार्यवाही त्रुटीपूर्ण होने से गाँव के सभी कृषक एक-दुसरे के विरूद्ध हो रहे है। सभी गाँव के लोगो के मध्य आपस में रंजीश पैदा हो रही है तथा विवाद कि स्थिति निर्मित होती जा रही है। ग्रामीणों ने मांग की है कि नेवरी गांव के बंदोबस्त के दौरान बनाये गये नक्शो व कार्यवाही को निरस्त किया जाकर नवीन रूप से नक्शा तैयार किया जाए। जिससे ग्रामीणों में विवाद की स्थिति निर्मित न हो। इस दौरान अनोखी जाट, मुरली पटेल, गंगाराम जाट, मुकेश पटेल, देवेन्द्र रघुवंशी, संतोष पाटीदार, विष्णु पाटीदार, सतीष पाटीदार, हरिराम मुकाती, पवन जाट, राजेश पाटीदार, राजेश पाटीदार, रामेश्वर पाटीदार, दरियाव सिंह मालवीय, शंकर लाइनमेन सहित बडी संख्या में ग्रामीणजनों ने अपनी मांग रखी।

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