प्रभाकर से आलोकित होता यह संसार है- डॉ. बालाराम कवि दिलीप मांडलिक श्री प्रभाकर प्रशस्ती सम्मान 2025 से सम्मानित

देवास। मालव माटी के वरिष्ठतम कवि साहित्यकार स्व. प्रभाकर शर्मा बंधु की पुण्यतिथि विशेष पर नगर में बड़ा साहित्यिक आयोजन किया गया। संस्कृति साहित्य रचनालय संसार म.प्र. द्वारा इस अवसर पर इंदौर के वरिष्ठ कवि दिलीप मांडलिक को प्रदेश का लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यिक सम्मान श्री प्रभाकर प्रशस्ती सम्मान 2025 से अलंकृत किया गया। आयोजन के मुख्य अतिथि संस्कार भारती के जिलाध्यक्ष लेखक एवं कवि बालाराम परमार थे, एवं काव्योत्सव की अध्यक्षता ख्यातनाम वरिष्ठ कवि ओंकारेश्वर गेहलोत ने की। अतिथियों का स्वागत प्रदेश सचिव विजय जोशी, धर्मेन्द्र मिश्रा, श्रीराम कुमावत, बालकृष्ण वर्मा, संजय मालवीय आदि ने किया। कवियत्री आरती अक्षय गोस्वामी की सरस्वती वंदना से प्रारंभ हुआ काव्योत्सव वरिष्ठ कवि देवकृष्ण व्यास के रचनापाठ सनातनी राष्ट्र भारती की संस्कृति भी महान है के शिखर पर समापन हुआ। आरंभ में स्वागत भाषण संसार प्रदेश अध्यक्ष त्रिभुवन शर्मा ने देते हुए आयोजना पर प्रकाश डाला। आमंत्रित कवियों में प्रमुख विनोद मंडलोई, ओम यादव नर्मदापुरम, राधेश्याम पांचाल, राजेश चौधरी, दिलीप कुमार शर्मा, गोपाल मनहर आदि कवि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन कृष्णकांत शर्मा ने किया। अंत में आभार प्रोे. संगीता मुसलकर ने माना। उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय साहित्य परिषद जिला इकाई के अध्यक्ष राजभंवरसिंह सेंधव एवं साथियों ने आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

