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अमलतास मेडिकल कॉलेज में विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विशेष कैंसर ओपीडी का शुभारंभ — ICSR, RRCAT और शांति अवेदना ट्रस्ट के संयुक्त प्रयास से जनस्वास्थ्य की दिशा में नई पहल

देवास। विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर जनस्वास्थ्य को सशक्त बनाने की दिशा में अमलतास मेडिकल कॉलेज, देवास में विशेष कैंसर ओपीडी का उद्घाटन किया गया। यह अभिनव पहल शांति अवेदना ट्रस्ट, इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर एंड स्टेम सेल रिसर्च (ICSR) और राजा रमन्ना सेंटर फॉर एडवांस्ड टेक्नोलॉजी (RRCAT) के संयुक्त सहयोग से प्रारंभ की गई है, जिसका उद्देश्य मुख, स्तन और गर्भाशय ग्रीवा (सर्वाइकल) कैंसर की प्रारंभिक जांच और जनजागरूकता बढ़ाना है।

इस विशेष अवसर पर ICSR के चेयरमैन डॉ. एस.एस. नय्यर विशेष रूप से उपस्थित रहे। उनके साथ RRCAT के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. खगेश्वर साहू, डॉ. हेमंत कृष्ण, डॉ. खान मोहम्मद खान, और श्री नितिन कुमार की भागीदारी ने आयोजन को और अधिक विशिष्ट बना दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए डॉ. नय्यर ने कहा कि देश को कैंसर मुक्त भारत की ओर अग्रसर करने के लिए जरूरी है कि समय रहते जांच और सही मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाए।इस ओपीडी की विशेषता यह है कि यह तंबाकू सेवन से उत्पन्न होने वाले कैंसर के जोखिम को समझाने के साथ-साथ आधुनिक तकनीकों से निःशुल्क जांच, परामर्श और मार्गदर्शन भी प्रदान करेगी। इसके माध्यम से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के नागरिकों को प्राथमिक स्तर पर कैंसर की पहचान और रोकथाम का लाभ मिलेगा। आयोजन में घोषणा की गई कि इस ओपीडी को भविष्य में नियमित सेवा के रूप में विकसित किया जाएगा।

कार्यक्रम में अमलतास विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. शरद चन्द्र वानखेड़े, निदेशक डॉ. प्रशांत, मनोरोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. समीर देसाई, क्षयरोग विशेषज्ञ डॉ. सूर्य प्रताप सिंह, और डॉ. शिवकुमार पांडे उपस्थित रहे। सभी ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे समाज के लिए एक आवश्यक और समयोचित कदम बताया। अमलतास अस्पताल के चेयरमैन श्री मयंक राज सिंह भदौरिया ने कहा कि तंबाकू जनित बीमारियों, विशेषकर कैंसर को लेकर आमजन में जागरूकता की कमी है। यह विशेष ओपीडी न केवल समय रहते बीमारी की पहचान कर पाएगी, बल्कि उपचार की दिशा में भी अहम भूमिका निभाएगी। यह पहल स्वास्थ्य और जनजागरूकता का संगम है। 

कार्यक्रम के दौरान कॉलेज परिसर में तंबाकू विरोधी शपथ भी दिलाई गई तथा छात्रों, चिकित्सा कर्मियों एवं आगंतुकों को तंबाकू से दूर रहने और अन्य लोगों को इसके दुष्परिणामों से अवगत कराने का संकल्प दिलाया गया। इस प्रकार अमलतास मेडिकल कॉलेज द्वारा की गई यह पहल जनस्वास्थ्य की दृष्टि से एक मील का पत्थर साबित हो सकती है, जो आने वाले समय में कैंसर के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक भूमिका निभाएगी।

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