सूदखोरों पर भी चलेगा आपरेशन एसपी पुनीत गहलोत की सख्त कार्यशैली से अपराधियों में खौफ,जनता ने जताई कार्रवाई की उम्मीद

अमित बागलीकर
देवास। जिले में पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत की पदस्थापना के बाद से कानून-व्यवस्था की तस्वीर बदली-बदली नजर आ रही है। एसपी गहलोत की नेतृत्व क्षमता और कडक़ कार्यशैली के चलते जहां संगठित अपराधों पर लगाम लगी है, वहीं आमजन के बीच पुलिस प्रशासन के प्रति भरोसा भी बढ़ा है। अब जनता यह उम्मीद लगा रही है कि जिस प्रकार साइबर अपराध, अवैध शराब और गैंगस्टर तत्वों के खिलाफ निर्णायक कार्यवाही हुई है, उसी प्रकार जड़ें जमा चुके सूदखोरों के खिलाफ भी सख्त ऑपरेशन चलेगा।
ऑपरेशन सीरीज़ से बदली कानून-व्यवस्था की तस्वीर
पुलिस अधीक्षक गहलोत के मार्गदर्शन में शुरू हुए विभिन्न अभियानों में ऑपरेशन त्रिनेत्रम, ऑपरेशन सायबर, ऑपरेशन हवालात, ऑपरेशन मुस्कान और ऑपरेशन पवित्र ने देवास पुलिस को नई धार दी है। त्रिनेत्रम के तहत शहर के संवेदनशील क्षेत्रों सहित ग्रामीण क्षैत्रों में सीसीटीवी कैमेरो का जाल बिछाया गया है। हर गली, चौराहे और बाजार पर पुलिस की डिजिटल निगाहें 24 घंटे सक्रिय हैं। सायबर अपराधों को नियंत्रित करने के लिए अलग सेल अमले की तैनाती भी की गई है, वहीं हवालात और मुस्कान जैसे अभियानों से महिला और बाल अपराधों पर तेज़ी से कार्रवाई हो रही है। इसके अलावा, पुलिस चौपाल के माध्यम से जनता के बीच जाकर संवाद स्थापित कर रही हैं। जिसमें पुलिस न सिर्फ सुझाव सुन रही हैं बल्कि मौके पर ही निर्देश देकर कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही हैं। यही वजह है कि देवास जिले में पुलिस और नागरिकों के बीच विश्वास की नई इबारत लिखी जा रही है।
संगठित अपराध कम, पर सूदखोरी बनी नई चुनौती
हालांकि बड़े अपराधियों पर शिकंजा कसने में सफलता मिली है, परंतु अब सूदखोरी का काला कारोबार जिले में चिंता का विषय बनता जा रहा है। शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक कुछ प्रभावशाली लोग उच्च ब्याज दरों पर अवैध रूप से कर्ज देकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों का शोषण कर रहे हैं। जानकारों के अनुसार कई मामलों में 5 से 10 प्रतिशत मासिक ब्याज दर पर वसूली की जाती है, और जब पीडि़त समय पर रकम नहीं चुका पाते, तो उन्हें धमकाया जाता है, उनकी संपत्तियों पर कब्ज़ा करने की कोशिश होती है या फिर सामाजिक रूप से अपमानित किया जाता है।
जनता की अपेक्षा सूदखोरों पर भी चले ऑपरेशन
जैसे पुलिस ने संगठित अपराध, साइबर फ्रॉड और अन्य अपराधों पर निर्णायक कार्रवाई की है, वैसी ही सख्ती सूदखोरों के खिलाफ भी अपेक्षित है। आमजन की मांग है कि इस अवैध धंधे के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर, ऐसे तत्वों को कानून के दायरे में लाया जाए। यदि एसपी गहलोत के नेतृत्व में इस दिशा में भी प्रभावी कदम उठाए जाते हैं, तो निश्चित ही देवास को सूदखोरी के जाल से भी मुक्त किया जा सकता है।

