देवास पुलिस का बड़ा खुलासा इंटरस्टेट वाहन माफिया गैंग को पकड़ास्क्रैप बसों को देते थे नया जीवन, राजस्थान के 4 बदमाश गिरफ्तार, 24 लग्जरी बसें,7 करोड़ कीमत की जब्त

देवास। देवास पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए वाहन माफिया के अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया है। यह गैंग स्क्रैप हो चुकी बसों को फर्जी एनओसी बनवाकर मध्यप्रदेश में दोबारा पंजीकृत कराता था और करोड़ों का खेल खेल रहा था। थाना बरोठा पुलिस ने दबिश देकर राजस्थान के चार शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने 24 लग्जरी बसें, एक हुंडई,10 कार और लैपटॉप, पिन मशीन, कंप्रेसर, ग्राइंडर समेत हाईटेक उपकरण जब्त किए हैं। बरामदगी की कुल कीमत लगभग सात करोड़ रुपये आंकी गई है।
दिनांक 8 सितंबर की रात करीब 7.45 बजे थाना बरोठा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि ग्राम सिरोल्या स्थित सिंगाजी मंदिर के पास कुछ लोग बसों के इंजन और चेचिस नंबर से छेड़छाड़ कर रहे हैं। सूचना पर एएसपी यातायात एच.एन. बाथम और डीएसपी संजय शर्मा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी अजय गुर्जर की टीम ने मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की और दो आरोपियों को रंगेहाथ पकड़ लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह कोई मामूली फर्जीवाड़ा नहीं बल्कि इंटरस्टेट वाहन माफिया का संगठित नेटवर्क है। गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि गिरोह का संचालन राजस्थान के चित्तौडग़ढ़ निवासी राकेश गांधी करता है। यह गैंग अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, गुजरात और अन्य राज्यों से पुरानी बसों की एनओसी फर्जी तरीके से बनवाकर मध्यप्रदेश में नए सिरे से पंजीकरण कराता था। यानी कागजों पर कबाड़ हो चुकी बसें इस गिरोह की करतूत से फिर से सडक़ों पर दौडऩे लगती थीं।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं सद्दाम हुसैन पिता औरंगजेब मिर्जा उम्र 35 वर्ष, असरफ पिता ईशाक कुरैशी उम्र 35 वर्ष, समीर उर्फ संजय पिता वहीद बेग उम्र 36 वर्ष और इसराज पिता इस्माईल मोहम्मद उम्र 49 वर्ष, सभी निवासी भीलवाड़ा राजस्थान। जप्त मशरूका में 24 बसें, हुंडई,10 कार, लैपटॉप, पिन डॉट मशीन, कंप्रेसर, कंट्रोलर, ग्राइंडर, एडाप्टर, वायर और एक्सटेंशन बोर्ड आदि शामिल हैं।
पूरे मामले में थाना बरोठा में अपराध क्रमांक 383/25 धारा 318(4), 341(1), 341(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है। चारों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है और पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुट गई है। इस सराहनीय कार्रवाई में थाना प्रभारी अजय गुर्जर सहित पुलिस टीम के मलखान सिंह भाटी, मयंक वर्मा, हर्ष चौधरी, हरीष कुमार, ईश्वर मण्डलोई, विनय तिवारी, गोरी शंकर, जितेन्द्र गोस्वामी, प्रदीप शर्मा, तेजसिंह, सचिन पाल, दयाराम, पियूष पटेल, विकास, अजय पाल, सूरज राठौर, अक्षय कौशल, अतुल वर्मा और साइबर सेल टीम से सचिन चौहान, शिवप्रताप सिंह सेंगर तथा मोनू राणावत की महत्वपूर्ण भूमिका रही।


