
देवास। पूज्य आचार्य वीररत्न सूरीश्वरजी के गुरू भाई एवं तपोवन प्रेरक श्री चंद्रशेखर विजयजी के शिष्य रत्न पूज्य आचार्य श्री जिनसुंदर सुरीश्वरजी म.सा. आदि ठाणा 6 का आज देवास नगर में ओलीजी आराधना एवं प्रभु महावीर जन्म कल्याणक में सानिध्य प्रदान करने हेतु भव्य नगर प्रवेश हुआ। आपके साथ कलापूर्ण सुरीश्वरजी की समुदाय वर्तिनी साध्वीजी श्री अक्षयनंदिता श्रीजी आदि ठाणा 4 का भी पदार्पण हुआ। इस अवसर पर विशाल शोभा यात्रा मंडी धर्मशाला से निकाली गई जो कि विजयारोड, श्री आदेश्वर मंदिर आदिनाथ चौक, जेल रोड होकर श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर पर विशाल धर्मसभा के रूप में संपन्न हुई। उल्लेखनीय है कि 4 अप्रैल से प्रारंभ होने वाली नवपद ओलीजी एवं 10 अप्रैल को प्रभु महावीर स्वामी जन्म कल्याणक आपके सानिध्य एवं निश्रा में भव्य पैमाने पर मनाया जाएगा। 14 अप्रैल तक प्रतिदिन आपकी सारगर्भित प्रवचन श्रृंखला का आयोजन होगा। 3 अप्रैल को श्री आदेश्वर मंदिर बड़ा बाजार स्थित नवीन मांगलिक भवन में सुबह 9.15 बजे आपके प्रवचन होंगे। विशाल धर्मसभा को उपदेशित करते हुए आपने कहा कि जिस पेड़ की जड़ें धरती में गहरी होती है और उसका पानी से जुड़ाव हो जाता है वह सदैव हरा भरा रहता है। हमें भी यदि हमारा जीवन हरा भरा बनाना है तो प्रभु के द्वारा दर्शित धर्म मार्ग से गहरा जुड़ाव संबंध बनाना ही होगा। प्रभु के धर्म से कनेक्शन करके, उनकी बताई सदमार्ग देने वाली बातों का जीवन में कलेक्शन करके हमारे जीवन का करेक्शन करते हुऐ हम वीतराग पद प्राप्त कर सकते हैं। प्रवक्ता विजय जैन ने बताया कि बड़ी संख्या में तपस्वी ओलीजी आराधना तपश्चर्या करेंगे।

