देवास के मल्हार समृति उद्यान में नगर निगम और ठेकेदार की मिली भगत से मासूम बच्चों की जेब पर डाका, रेल और झूले के नाम पर एक साल से छोटे बच्चों से भी वसूली कर रहे ठेकेदार….!

अमित बागलीकर

देवास। शहर के मल्हार स्मृति मंदिर उद्यान में बच्चों के मनोरंजन के लिए चलाई जा रही छोटी रेल, अब मासूम बच्चों के अभिभावकों की जेब हल्की करने का नया जरिया बन गई है। हैरानी की बात तो यह है कि महज एक साल के छोटे बच्चों से भी टिकट के नाम पर रुपए वसूले जा रहे हैं। ठेकेदार की इस मनमानी से अभिभावक खासे नाराज हैं, लेकिन नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। जब इस मुद्दे पर निगम के राजस्व विभाग में पदस्थ पाठक से जानकारी मांगी गई, तो उन्होंने गोलमोल जवाब देते हुए कहा मुझे देखना पड़ेगा। अब सवाल ये उठता है कि क्या एक वर्ष के छोटे बच्चों से टिकट की राशि वसूलना निगम के नियमों के तहत है या फिर निगम और ठेकेदार की मिलीभगत से आम जनता को लूटने का ये नया तरीका शुरू हो गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले से ही महंगे टिकट के कारण मध्यमवर्गीय परिवारों पर बोझ बढ़ा हुआ है और अब एक साल के छोटे मासूमों से भी टिकट के पैसे मांगना सीधे तौर पर लूट की श्रेणी में आता है। इस पूरे मामले से साफ़ ज़ाहिर होता है कि नगर निगम की अनदेखी और ठेकेदार की मनमानी से देवास के आम नागरिकों का शोषण हो रहा है। सवाल यह भी है कि क्या निगम ने ठेकेदार के साथ ऐसा कोई अनुबंध किया है जिसमें एक वर्ष के बच्चों से भी शुल्क वसूलने की अनुमति दी गई है. यदि नहीं, तो निगम की चुप्पी इस बात की ओर इशारा कर रही है कि कहीं न कहीं मिलीभगत की बू जरूर है। अब देखना होगा कि जनता की आवाज़ सुनकर निगम कोई कार्रवाई करता है या ठेकेदार की जेब भरने का खेल यूँ ही जारी रहेगा।