
देवास। अखिल भारतीय अनुसूचित जाति परिषद ने जिलाध्यक्ष आत्माराम परिहार के नेतृत्व में गुजरात हादसे में मृत लोगों के परिवार को सहायता राशि दिलवाने के लिये ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया गया कि 01 अप्रेल को गुजरात राज्य के बनासकांठा जिले में डिसा नामक स्थान पर पटाखा फैक्ट्री में हुवे ब्लास्ट से 18 मजदूरो की मृत्यु हो गई है इसमें 10 देवास जिले के ग्राम संदलपुर के एक ही परिवार के 9 सदस्यो की मृत्यु हो गई है। यह समस्त सदस्य गरीब व अनुसूचित परिवार के सदस्य है। एक व्यक्ति खातेगांव का और 8 व्यक्ति हरदा जिले के है यह सब हरदा फैक्ट्री में ब्लास्ट के बाद बंद हुई पटाखा फैक्ट्री से काम बंद हो जाने से वहाँ काम करने गये थे। सरकार ने इन्हें नाममात्र का मुआवजा गुजरात सरकार ने 4-4 लाख व म.प्र. सरकार ने 2-2 लाख रू. देने की घोषणा की है जिसे मृतको के परिवार वालो ने लेने से मना कर दिया है और कहा कि हम इतनी राशि सरकार को दे वे हमारे बच्चों वापस ला दे। सभी युवा सदस्य थे और परिवार का अंत हो गया है सम्बंधी के सदस्यों को 1-1 करोड़ की आर्थिक सहायता दी जावें और फैक्ट्री संचालको को कड़ी से कड़ी सजा दी जायें। यह सब सरकार की लापरवाही का परिणाम है प्रदेश में रोजगार उपलब्ध नहीं है अतिक्रमणो के नाम से गरिय परिवारो के घर तोड़कर सड़क किनारे दुकाने बंद कर सबको बेरोजगार कर सडक पर खड़ा कर दिया है। इसी के चलते हुवे लोग रोजगार पाने अपने परिवारजनों का पालन-पोषण करने के लिये इधर-उधर के राज्य में जाना पड़ता है सरकार केवल उद्योगपतियो, व्यवसायो का ही ध्यान दे रही हैं। परिषद ने मांग की है कि इन्हें उचित आर्थिक सहायता और घायलो का इलाज कराने का निर्देश जारी करने की कृपा करें। इस अवसर पर कार्यकारी अध्यक्ष जयप्रकाश मालवीय, उपाध्यक्ष संजय रेकवाल वरिष्ठ नेता मदनलाल जेठवा, गोवर्धन देसाई, सुरेश सावनेर, मुन्ना सरकार, रमेश पंवार, भागीरथ मालवीय, राजेश गोंदिया, जितेन्द्र मालवीय तालोद, देवेन्द्र चौहान बाबा आदि उपस्थित थे।

