
देवास। नगर निगम देवास की सफाई व्यवस्था इन दिनों पूरी तरह से बनी हुई है। शहर में जगह-जगह पेड़ों के ढेर लगे हुए हैं। कालानी बाग, एटोवा, जवाहर नगर, तिलोक नगर, राधागंज, नयापुरा, पुराना बस स्टैंड, आपका विभाग सहित कई पूर्वी इलाकों में हालात खराब हैं। गली-मोहल्लों में कूड़ा फैला हुआ है, लेकिन सफाई का नामोनिशान नहीं है।

नगर निगम के कार्यक्रयितवस कार्य कर रहे हैं। कई कर्मचारी तो कमिश्नर और महामहिम के पास घूम रहे हैं, लेकिन सफाई नहीं हो रही है। निगम के संस्थान का आलम यह है कि कर्मचारी अपने कमरे में ऑर्डर थमा देते हैं, जमीन पर कुछ नहीं होता।
वार्ड क्रमांक 39 के पार्षद बाली घोषी ने तो अब निगमायुक्त को अपने वार्ड के दरोगा तक की मांग कर दी है। उनका आरोप है कि उनकी बात गलत नहीं है. जब मन होता है, तब थोड़ा-बहुत स्वच्छ करवा मिलता है। बाकी समय सफाई का कोई अता-पता नहीं होता। कमिश्नर द्वारा कमिश्नर को 14 तारीख को ही पत्र भेज दिया गया था, लेकिन कमिश्नर से लेकर ड्रग तक ध्यान देने की घोषणा को तैयार नहीं किया गया, जबकि वार्ड क्रमांक 39 पूरा शहरी क्षेत्र में है, जहां से रोज नहीं हजारों लोगों का निर्देश रहता है
यहां प्रोटोटाइप से मिली जानकारी के अनुसार वार्ड 8 में तो और भी बड़ा गेम चल रहा है। यहां का सफाई कर्मचारी खुद काम नहीं करता, बल्कि किसी और को पेटी क्लैन्सल पर काम करवा रहा है। यानी तनख्वाह नगर निगम से काम और करवा रहा है। इस तरह की स्थिति से किसान भी नाराज हैं और जनता भी परेशान है। निगम को कई बार शिकायत दी गई, पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। शहर की सफाई व्यवस्था रसाताल में जा रही है और अधिकारी मौन हैं। लोगों का कहना है कि जब मजबूती की बात ही नहीं सुनी जा रही तो आम जनता की कौन सुनेगा? सवाल ये भी है कि सरोज एवं सफाई निगम पर कोई निगरानी क्यों नहीं रखी जा रही…?देवास नगर निगम को अब जगाना। अन्य शहर की स्थिति और विरासत होगी। नगर निगम को चाहिए कि वह साफ-सफाई पर ध्यान दे, कर्मचारियों पर कार्रवाई करे और जनता को राहत दे।
